पुलिस उपायुक्त साइबर प्रीति यादव ने विशेष अतिथि के रूप में “अपराजिता” फेज-4 कार्यक्रम में हिस्सा लिया. ये कार्यक्रम इंडियन ऑयल के सहयोग से पीएचएलओ, नोएडा में आयोजित किया गया. इस दौरान पुलिस उपायुक्त साइबर प्रीति यादव ने कार्यक्रम में मौजूद महिला स्टॉफ को साइबर फ्रॉड, साइबर अपराधों से बचाव व आत्मसुरक्षा के तरीकों के बारे में जागरूक किया. पुलिस उपायुक्त साइबर प्रीति यादव ने लोगों को बताया गया कि किस प्रकार जागरूक होने व सावधानियां बरतने से साइबर फ्रॉड से बचा जा सकता है. इसके साथ ही सभी बिंदुओं के बारे में विस्तृत जानकारियां साझा की गईं
साइबर क्राइम से बचने को लेकर उपाय
1.किसी भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा वाट्सअप कॉल और video call द्वारा पुलिस की वर्दी पहन कर किये जा रहे कॉल पर भरोसा करने से पहले उस मोबाइल नंबर और बताये गये नाम व पद को GOOGLE SEARCH के द्वारा या फिर सम्बन्धित विभाग की वेवसाइट पर उपलब्ध अधिकारियों का और उनकी तैनाती स्थल की जांच पड़ताल के बाद ही बताई जा रही किसी बात का यकीन करें.
2.किसी भी What’s app call और video call के विषय में एक बार कोई जानकारी साझा करने से पहले उस मोबाइल नंबर के विषय में निकटवर्ती Cyber cell आथवा सम्बंधित विभाग जैसे नार्कोटिक्स, कोरियर, CBI आदि विभिन्न संस्थानों के हेल्प डेस्क से भी जांच पड़ताल करें.
3.कभी भी Search engine जैसे google पर customer care ke मोबाइल नंबर डालकर Search ना करें साइबर क्रिमिनल द्वारा विभिन्न विभागों के फेक हेल्पलाइन नम्बर गूगल पर अपलोड किये गये है.
4.यदि आपको बताया जाता है कि एक पार्सल मिला है जिसमें आपका आधार कार्ड या मोबाइल नंबर मिला है उक्त कॉल पर यकीन ना करें वह साइबर क्रिमिनल का कॉल हो सकता है. अगर किसी विधिक कानूनी कार्यवाही की धमकी दी जा रही हो तो घबराये नही तत्काल इस बात की सूचना सम्बन्धित /निकटवर्ती थाने में अवश्य दें.
5.अगर आपके आधार की आई0डी0 आपके नाम से कोई बैंक खाता खोले जाने की बात कही जा रही हो तो उसे तत्काल ब्लॉक कराने के लिये सम्बन्धित नजदीकी बैंक जाकर उक्त के सम्बन्ध में जानकारी एकत्र कर उक्त बैंक खाते को बन्द कराने की कार्यवाही को अमल में लाया जाये.
6.यदि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा कॉल कर आपके खिलाफ NBW अथवा वारण्ट जारी होने की बात कही जा रही हो तो तुरन्त नजदीकी पुलिस थाने में जाकर उक्त के सम्बन्ध में जानकारी एकत्र करें और पुलिस को अवगत करायें क्योंकि NBW अथवा वारंट सक्षम न्यायालय द्वारा किसी विवेचना में जारी किया जाता है और पुलिस द्वारा उक्त को वाट्सअप पर तामील (सूचित) नही किया जाता है.
7.यदि What’s app call और video call द्वारा आपके खाते में हवाला अथवा मनी लॉन्ड्रिंग से सम्बन्धित धनराशि आने की बात कही जाये तो उक्त कॉल पर यकीन न करें क्योकि कोई भी सरकारी संस्था मनी लान्ड्रिग अथवा हवाले के पैसे के सम्बन्ध में द्वारा दूरभाष अवगत नही कराती है.
8.अगर What’s app call द्वारा आपके बैंक खाते में जमा धनराशि के मनी लॉन्ड्रिग अथवा हवाला का बता कर किसी अन्य के खाते में ट्रांसफर की बात कर रहा है तो उसकी बात पर यकीन न करें, Cyber Fraudsters हो सकते है.
9.किसी भी सरकारी संस्था द्वारा What’s app call या video call द्वारा वर्दी धारण करके किसी आमजन को डराया या धमकाया नहीं जाता.
10.अगर What’s app call अथवा video call द्वारा आपके खाते की जॉच के उपरान्त कोई पुलिस Clearance certificate की बीत की जाती है तो यह निश्चित तोर पर Cyber Fraudsters आप को गुमराह कर आप के खाते में मौजूद बैंक धनराशि को अपने बैंक खाते में ट्रांसफर कर सकते है.
11.कभी भी Skype Call/ What’s app call पर कोई लिंक भेच कर कोई app Install करने की बात कही जा रही है तो ऐसे भेजे गये लिंक पर click ना करें एवं किसी अज्ञात व्यक्ति के कहने पर कोई भी app Install ना करें.
12.किसी भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा यदि आपको What’s app call या video call कर आपको डराया या धमकाया जाता है तो आप इसके सम्बन्ध में तुरंत सूचना प्रदान करे.
13.यदि कोई व्यक्ति आपको निवेश में मोटे मुनाफे का लालच देकर, लोन अथवा बीमा के नाम पर फर्जी वेबसाइट का लिंक भेजता है तो लिंक न खोले।
14.महंगे सामान को सस्ते में देने का वादा करके आपसे ओटीपी या निजी जानकारी साझा करने को बोलता है तो ओटीपी/निजी जानकारी साझा ना करें.
15.यदि कोई व्यक्ति अपने किसी भी माध्यम से ठगी करने का प्रयास करे तो तुरंत उसकी शिकायत दर्ज करायें.
16.साइबर अपराध होने की स्थिति में तुरंत रिपोर्ट करने हेतु ऑनलाइन साइबर अपराध हेल्पलाइन 1930 एवं साइबर पोर्टल http://cybercrime.gov.in पर सूचना दें.