प्रयागराज में जनवरी 2025 में महाकुंभ का आयोजन होना है। जिसकी तैयारी सरकार और शासन ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। रेलवे के साथ रोडवेज विभाग अपनी तैयारियों में लग गया है। इसी के तहत महाकुंभ के दौरान रेलवे प्रशासन इस बार एक विशेष व्यवस्था करने जा रहा है। रोडवेज बसों की तर्ज पर ट्रेनों के अंदर ही चेकिंग स्टाफ यात्रियों को अनारक्षित टिकट उपलब्ध करा देगा। इसका फायदा यह रहेगा कि उन्हें स्टेशन के अनारक्षित टिकट काउंटर पर लाइन में नहीं लगना पड़ेगा।
भीड़ पर नियंत्रण के लिए लिया गया फैसला
बता दें कि मेले के दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इसमें से अधिकांश का ट्रेनों के माध्यम से आवागमन होता है। इसी वजह से रेलवे यात्री सुविधाओं को लेकर तमाम इंतजाम कर रहा है। स्नान पर्व के दौरान स्टेशनों पर भीड़ को देखते हुए रेलवे ने तय किया है कि जनरल कोच या मेला स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों को अंदर ही टिकट मुहैया कराया जाएगा। इसके लिए रेलवे ने टिकट चेकिंग स्टाफ को मोबाइल यूटीएस दिए जाने की तैयारी की है। साथ उन्हें एक छोटा प्रिंटर भी दिया जाएगा।
टीटीई देंगे अनारक्षित टिकट
जब यात्री ट्रेन में बैठ जाएंगे तो बसों की तर्ज पर टीटीई उनके पास आकर उन्हें अनारक्षित टिकट मुहैया कराएंगे। खास बात है कि ट्रेनों के साथ ही प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज छिवकी, नैनी जंक्शन पर यात्रियों के लिए बनाए जा रहे यात्री आश्रयस्थल पर भी रेलवे का चेकिंग स्टाफ मोबाइल यूटीएस के माध्यम से यात्रियों को अनारक्षित टिकट देगा।
6580 ट्रेनें चलाई जाएंगी
वहीं, पिछले कुंभ मेले की तुलना में इस बार विशेष और नियमित ट्रेनों की संख्या बढ़ाकर क्रमश: 300 और 1500 से अधिक की जाएगी। 2019 में 695 ट्रेनों की तुलना में लगभग 992 विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी। 2019 में 5000 की तुलना में 6580 नियमित ट्रेनें चलाई जाएंगी। तीर्थयात्रियों के लिए ये विशेष ट्रेन सेवाएं और यात्री सुविधाएं 12 जनवरी से 28 फरवरी तक शुरू की जाएंगी।
शिवालय पार्क हो रहा तैयार
वहीं, महाकुम्भ मेले 2025 से पहले यमुना पार के अरैल इलाके में 11 एकड़ में शिवालय पार्क बनेगा। जहां पर मनोरंजन के साथ ही भक्तिमय माहौल भी मिलेगा। 17 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस पार्क का कार्य शुरू हो चुका है। महाकुम्भ से पहले पार्क को भव्य रूप दे दिया जाएगा। इस पार्क में 12 ज्योतिर्लिंग का स्वरूप भी देखने को मिलेगा।