ग्रेटर नोएडा में जलती फॉर्च्यूनर कार में प्रॉपर्टी डीलर का शव मिलने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. थाना दादरी पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को रूपवास गोलचक्कर के पास से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों विशाल राजपूत पुत्र धर्मवीर सिंह और जीत चौधरी पुत्र अतर सिंह के कब्जे से पुलिस ने 1 कडा, 2 अंगूठी व 1 चैन पीली धातु सोने जैसा, 6250 रूपये व 2 मोबाइल और 1 पट्टा (आलाकत्ल) बरामद किया है.

ऐसे दिया आरोपियों ने घटना को अंजाम
22 अक्टूबर को संजय यादव आरोपियों के रूम पर गाड़ी लेकर पहुंचा. जहां पर तीनों ने मिलकर पहले बीयर पी उसके बाद जब संजय थोड़ा नशे में हो गया. तो हम दोनों ने मिलकर उससे उसकी दो अंगूठी, एक कडा, एक जंजीर व 6250 रूपये लूट लिये और मौका पाकर उसके गले में वहीं पड़ा कुत्ते वाला पट्टा डालकर गला घोंटकर मार दिया. घटना के वक्त दोपहर के 4 बजे होंगे. फिर अंधेरा होने पर संजय की लाश को उसी की फॉर्च्यूनर कार में पिछली सीट पर डालकर एक कम्बल से ढक दिया था और मोटरसाइकिल से एक कैन में पेट्रोल निकालकर गाड़ी में रख लिया और हम दोनो ने संजय की लाश को गाडी में लेकर दादरी कोट पुल से छोलस को जाने वाले रास्ते पर सुनसान जगह पर गाड़ी रोककर उसकी लाश को ड्राइविंग सीट पर रखकर उसकी लाश पर पेट्रोल डालकर कैन भी कार में छोडकर जीत ने अपने पास लिये लाइटर से आग लगा दी. जिसमें जीत भी झुलस गया था. हम दोनों वहां से पैदल पैदल भाग गये थे. वहीं अभियुक्त गण की निशादेही पर हत्या करने में प्रयुक्त 1 पट्टा (आलाकत्ल) कोट पुल से छोलस को जाने वाली सड़क मोड से लुहारली की तरफ जीटी रोड के पास से बरामद किया गया. माल बरामदगी के आधार पर मुकदमा उपरोक्त मे धारा 317(2) बीएनएस की वृद्धि की गयी है.

इस वजह से की गई प्रॉपर्टी डीलर की हत्या
वहीं पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि हम दोनों की जान पहचान संजय यादव से थी. जो प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था, इसलिए आपस में सम्बन्ध हो गये थे. चूंकि वह हर समय काफी मोटी रकम अपने पास रखता था और सोने के गहने भी पहने रहता था. इस वजह से दोनों आरोपियों के मन में ये बात आई कि संजय को मारकर कैश और गहने लूट लें.

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