ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सबसे व्यस्त चौराहे चार मूर्ति चौक है. मगर चार मूर्ति चौक को ट्रैफिक जाम से मुक्त करने की योजना अब जल्द धरातल पर उतरने की उम्मीद है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इस अंडरपास का निर्माण कराने के लिए टेंडर जारी कर दिया है। प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने इस अंडरपास के टेंडर की प्रक्रिया को दिसंबर माह के अंत तक पूरा करने और जनवरी में काम षुरू करने के निर्देश दिया है।
स्थायी समाधान के तौर पर अंडरपास किया गया प्रस्तावित
दरअसल ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आबादी तेजी से बढ़ रही है। चार मूर्ति चौक यहां का सबसे व्यस्त चौराहा है। चौराहे पर ट्रैफिक जाम को रोकने के लिए अस्थायी विकल्प के तौर पर दो तरफ यूटर्न बने हुए हैं। गौड़ सिटी की तरफ से सूरजपुर या नोएडा को जाने वाले वाहन 130 मीटर रोड पर बने यूटर्न से होकर गुजरते हैं। इसी तरह 130 मीटर रोड या सूरजपुर की तरफ से गौड़ सिटी व प्रताप विहार को जाने वाले वाहन नोएडा की तरफ बने यूटर्न से होकर जाते हैं। इसके स्थायी समाधान के तौर पर यहां अंडरपास प्रस्तावित किया गया है। यह अंडरपास चार मूर्ति चौराहे पर 60 मीटर रोड के पैरलल बनेगा। यानी प्रताप विहार से सूरजपुर, ग्रेटर नोएडा के बीच वाहन इस अंडरपास से होकर गुजरेंगे। यूटर्न तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे वाहन चालकों के समय और ईंधन दोनों की ही बचत होगी।
सरकारी सलाहकार एजेंसी राइट्स ने तैयार किया डिजाइन
सरकारी सलाहकार एजेंसी राइट्स ने इसका डिजाइन तैयार किया है। राइट्स ने ही शहर के ट्रैफिक मोबिलिटी प्लान तैयार करते हुए चार मूर्ति चौक पर अंडरपास बनाने का सुझाव दिया है। इसी सुझाव के आधार पर प्राधिकरण अब अंडरपास बनवाने जा रहा है। इस अंडरपास का निर्माण कार्य शुरू होने के बाद पूरा होने में डेढ़ साल का समय लगेगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट और आसपास के निवासियों की जरूरत को देखते हुए इस का निर्माण शीघ्र शुरू कराने और जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही अंडरपास के निर्माण के दौरान ट्रैफिक की आवाजाही सुगम रखने के लिए वैकल्पिक मार्गों को तैयार करने का कहा है।