इस बार महाशिवरात्रि की तारीख को लेकर भ्रम है। कहीं 8 तो कहीं 9 मार्च को महाशिवरात्रि को बताया जा रहा है। महाशिवरात्रि को लेकर देवघर से लेकर उज्जैन महाकाल तक इसे लेकर तैयारियां धूमधाम से की जाती है। आज हम महाशिवरात्रि की तारीख और पूजा के समय को लेकर भ्रम दूर करने जा रहे हैं।
MahaShivratri को लेकर इस बार भ्रम है, कहीं इसे 8 मार्च को तो कहीं 9 मार्च को बताया जा रहा है। ये दिन भगवान शिव को समर्पित है। इस साल 8 मार्च की शाम को महाशिवरात्रि लग रही है। ये अगले दिन यानि 9 तारीख को शाम 6 बजकर 25 मिनट तक लग रही है। ये दिन भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन महाशिव के हर मंदिर में खासकर बाबाधाम से लेकर उज्जैन तक विशेष तैयारियां की जाती है। अगर पंचांग की बात करें तो फाग्लुन माह के कृष्ण पक्ष के चतुर्दशी से शिवरात्रि मनाई जाती है। आपको बता दें शिवरात्रि की तिथि 8 मार्च की रात 9 बजकर 57 मिनट से अगल दिन 9 मार्च को शाम 6 बजकर 25 मिनट तक चलेगी।
भगवान शिव और माता पार्वती की होती है पूजा
कहते हैं शिवरात्रि पर प्रदोष काल में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। इस साल महाशिवरात्रि पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। जो इसके महत्व को और बढ़ाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दौरान भगवान शिव और माता पार्वती का विवाद हुआ था। मान्यता के अनुसार इसी दिन भगवान शिव 64 अलग-अलग जगहों पर प्रकट हुए थे। इसलिए भगवान शिव के श्रद्धालु उनके लिए व्रत रखते हैं। साथ ही भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष काल में उनकी पूजा की जाती है।
इस समय से शुरू करें पूजा
इस बार महाशिवरात्रि की तारीख के साथ पूजा को लेकर भी लोगों में भ्रम है। वैसे तो इस बार महाशिवरात्रि 8 मार्च की रात्रि से शुरू होगी। जो अगले दिन यानि 9 मार्च की रात का संयोग है। लेकिन पूजा का सही समया 9 मार्च को सुबह तीन बजकर 34 मिनट से सुबह 6 बजकर 37 मिनट तक रहेगा।