नोएडा से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. दरअसल गौतमबुद्ध नगर थाना सेक्टर 142 के सेक्टर 137 की एक सोसाइटी में रहने वाले दंपति के खिलाफ 11 वर्षीय बच्ची से बाल श्रम कराने और बच्ची के साथ मारपीट करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. इसके साथ ही बच्ची के रिश्तेदारों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है. पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि थाना सेक्टर 142 में पदस्थ महिला उपनिरीक्षक चंचल ने सेक्टर 137 की ‘लाजिक्स ब्लॉसम काउंटी’ सोसाइटी में रहने वाले दंपति व बच्ची की माता और उसके मौसा-मौसी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. प्रवक्ता ने बताया कि बच्ची को बचाए जाने के बाद उसे बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉक्टर के सी विरमानी के सामने पेश किया गया है.

दंपति जबरदस्ती कराते थे मासूम से घर का काम
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉक्टर के सी विरमानी ने बच्ची से बातचीत के बाद पुलिस को सूचित किया कि फ्लैट के मालिक शाहजहां और उनकी पत्नी रुकसाना बच्ची के साथ मारपीट करते थे. इसके साथ ही बच्ची से जबरदस्ती घर के काम कराए जाते थे. नाबालिग बच्ची की माता, उसके मौसा, मौसी ने 5 हजार रुपये प्रतिमाह पर काम करने के लिए बच्ची को बोकारो से दिल्ली भेजा था. वहीं बच्ची का नियमानुसार मेडिकल परीक्षण कराने के बाद बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया. समिति के आदेशानुसार बच्ची को ‘जग शांति उद्यान केयर’ गामा- प्रथम ग्रेटर नोएडा में भेजा गया है. प्रवक्ता ने बताया कि भारत में 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से श्रम करवाना दंडनीय अपराध है.

किसी बात से नाराज होकर दंपति ने की मासूम की पिटाई
चाइल्ड हेल्पलाइन के पर्यवेक्षक युवराज कुमार ने बताया कि 11 वर्षीय बच्ची करीब दो साल से काम कर रही थी. किसी बात से नाराज दंपति ने बच्ची के साथ मारपीट की. इससे बच्ची उदास होकर पार्क में घूम रही थी. तभी सोसाइटी के कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित किया. वहीं सूचना के आधार पर थाना सेक्टर 142 पुलिस और चाइल्ड हेल्पलाइन मौके पर पहुंची और बच्ची को वहां से बचाकर अपने कब्जे में ले लिया. कुमार ने बताया कि बच्ची के माता-पिता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वे लोग बहुत गरीब है और बच्ची के दो भाई परिवार के साथ बोकारो में ही रहते हैं.

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