पूरे देश में पड़ रही प्रचंड गर्मी ने देशवासियों को बेहाल कर रखा है। लोग तेज धूप से बचने के लिए घरों में कैद होने को मजबूर हो गए हैं। हर कोई मानसून का इंतजार कर रहा है जिससे इस भयानक तपती गर्मी से राहत मिल सके। इसी बीच केरल में दस्तक देने के दो दिन बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून के और प्रबल होने से राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। वहीं दक्षिण और मध्य जिलों में भूस्खलन, पेड़ों के उखड़ने और जलभराव की स्थिति देखने को मिली है। कोट्टायम और इडुक्की जिलों के ऊंचाई वाले इलाकों में घंटों तक लगातार बारिश होने की वजह से बड़े पैमाने पर तबाही हुई। जबकि भारी बारिश के कारण त्रिशूर जिले के निचले इलाकों में जलभराव हुआ और यातायात प्रभावित रहा।
20 जून तक आगामी मानसून के दस्तक की संभावना
बात अगर उत्तर भारत की करें तो पूरा उत्तर भारत इस वक्त भीषण गर्मी की चपेट में हैं। यहां मानसून का इंतजार लंबे वक्त से किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में मौसम बदलने की संभावना है। कई दिनों से भीषण गर्मी का प्रभाव जल्द ही कम देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग ने बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। अनुमान है कि जल्दी ही बारिश हो सकती है। मौसम विभाग की मानें तो 2 जून से लेकर 4 जून तक यूपी समेत दिल्ली के इलाकों में तेज हवाएं चलने के आसार हैं। साथ ही हल्दी बूंदा बांदी भी हो सकती है। इसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं 20 जून तक आगामी मानसून के दस्तक की भी संभावना जताई गई है। वहीं पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में इस साल गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। राज्य में पहली बार मई के महीने में तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इससे पहले साल 2012 में 43.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।