ग्रेटर नोएडा में फिनटेक सिटी के विकास को यूपी सरकार ने हरी झंडी दे दी है. साथ ही फिनटेक्स सिटी की पहली डीपीआर भी आ गई है. यह परियोजना सितम्बर के आखिरी सप्ताह या अक्टूबर के पहले सप्ताह तक शुरू हो जाएगी. वहीं इस परियोजना के साथ ही पौधारोपण और अन्य विकास परियोजनाओं के बारे में यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने जानकारी साझा की है. आपको बता दें कि फिनटेक सिटी की परियोजना उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का तीसरा सपना है जो कि अब जल्द ही साकार होने वाला है.

फिनटेक सिटी के बनने से जीडीपी में भी काफी ग्रोथ होगी
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि फिनटेक सिटी की डीपीआर आ गई है. इसके लिए हम लोग सितम्बर के आखिरी सप्ताह या अक्टूबर के पहले सप्ताह में सेक्टर वाइज स्कीम निकालेंगे. काफी सेक्टर्स चिन्हित किए गए हैं क्योंकि भारत में अभी बहुत कम फाइनेंन्शियल ट्रांजेक्शन हो रहे हैं. जबकि दुनिया के देशों में 66 फीसदी हो रहे हैं, भारत में इसका स्तर काफी नीचे है और आगे बहुत असीम संभावनाएं हैं. भारत की पॉपुलेशन 25 से 45 साल की काफी ज्यादा है इसके अलावा इंटरनेट का यूज देश में बहुत ज्यादा बढ़ गया है. भारत में करीब 46 फीसदी हाउस होल्ड में इंटरनेट का यूज होता है. इसके अलावा स्मार्टफोन सेंकेंड यूजर हैं पूरे वर्ल्ड में, इंटरनेट में भी पूरी दुनिया में सेकेंड यूजर हैं. आने वाले दिनों में फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन काफी बढ़ने हैं. इसलिए सेक्टर जो चिन्हित किए गए हैं उसमें एक तो बैंकिंग है, दूसरा लिंक्डिन है जहां से पैसा मिलेगा, तीसरा पेमेंट है पेमेंट गेटवे, तमाम यूपीआई, एपीआई हैं. फिनटेक्स सॉस है जिसमें आप फाइनेंन्शियल प्रोडक्ट और सर्विस कस्टमर को कैसे देंगे. इंटरनेशनल मनी ट्रांसफर के लिए अलग ब्लॉक होगा. इंवेस्टेक है कि इंवेस्टमेंट का कन्ज्यूमर्स को एडवाइस दिया जाएगा कि वो अपने पैसे कहां खर्च करें, कैसे सेविंग करें, कैसे बजटिंग करें, कैसे रिटायरमेंट प्लान बनाएं. इक्विटी फाइनेंन्सिंग जो लोग शेयर मार्केट में पैसा लगाते हैं. उनको कैसे मार्जिन का पैसा मिल सकता है, हेजिंग का पैसा मिल सकता है, इक्विटी में कैसे निवेश कर सकते हैं, इक्विटी में निवेश के क्या जोखिम हैं, इन सभी के लिए होगा. इसके अलावा किन्श्योरटेक एक ग्रुप होगा जो इंश्योरेंस से जुड़ी सभी सूचनाएं एक प्लेटफॉर्म पर बताएगा और लोगों को अवसर देगा कि बेस्ट स्कीम चुन सकें. ट्रेडिंग और क्रिप्टो करेंसी जो इक्विटी की ट्रेडिंग होती है और क्रिप्टो करेंसी का युग है उसमें आर्टिफीशियल लैंडिंग और आर्टिफीशियल मशीन के साथ कैसे फ्यूचर में ट्रेडिंग होगी इसका अलग सेक्टर होगा. इसके बनने से जीडीपी में भी काफी ग्रोथ होगी. साथ ही साथ डिजिटल पेमेंट और बैंकिंग को एक नया आयाम मिलेगा. ये बिल्कुल क्लोज्ड होगा.

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