दिल्ली-एनसीआर में एक और नया शहर बसाने की तैयारियां जोरों पर हैं. ये शहर एनसीआर का अब तक का सबसे हाईटेक शहर बनकर तैयार होने वाला है. इसमें आम लोगों के लिए सस्ते घरों से लेकर लग्जरी घरों तक की भरमार होगी. इसके साथ ही एयरपोर्ट और फिल्मसिटी के नजदीक होने के कारण इसके विकास की काफी संभावनाएं दिखाई दे रही है। ग्रेटर नोएडा फेज-2 प्रोजेक्ट के मास्टर प्लान को यूपी सरकार ने मंजूरी दे दी गई है. इसके निर्माण के तहत करीब 40 गांवों की जमीन का जल्द अधिग्रहण शुरू किया जा सकता है.

यमुना एक्सप्रेस के पास बसाया जाएगा शहर
यमुना एक्सप्रेस के नजदीक इस शहर को बसाने की प्लानिंग हो रही है. इस शहर को F-1 ट्रैक के पास बसाया जाना है. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से भी यह शहर नजदीक होगा. यूपी सरकार के चीफ टाउन एंड कंट्री प्लानर ने ग्रेटर नोएडा फेस-2 के मास्टर प्लान को मंजूरी दी है. इस शहर के लिए परीचौक से सीधे कनेक्टिविटी होगी. यहां आवासीय सेक्टर से लेकर कॉमर्शियल प्रोजेक्ट तक के लिए भी जगह होगी. इस शहर को वर्ल्ड क्लास सिटी के तौर पर बनाने की तैयारी की जा रही है. जानकारी के मुताबिक इस शहर के लिए 55 हजार 970 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है. इसके लिए गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, हापुड़ और धौलाना के 144 गांवों का अधिग्रहण किया जाएगा. जिससे ना सिर्फ नोएडा ग्रेटर नोएडा के लोगों को फायदा होगा बल्कि बुलंदशहर के लोगों के लिए भी यह सुनहरा मौका होने वाला है.

शहर का 17.40 फीसदी हिस्सा रिहायशी होगा
मिली जानकारी के अनुसार इस शहर का 17.40 फीसदी हिस्सा रिहायशी होगा. यहां पर रेजिडेंशियल स्कीम के लिए काफी जगह पहले ही रिजर्व की गई है. वहीं 4.8 फीसदी हिस्सा कॉमर्शियल और शॉपिंग के लिए होगा. इसके अलावा 25.4 फीसदी हिस्से को इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट के लिए रखी गई है. वहीं 10.4 फीसदी जमीन के हिस्से को स्कूल, इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज, यूनिवर्सिटी के लिए रिजर्व रखा गया है. इस शहर में 13.2 फीसदी हिस्सा सड़क, मेट्रो और हाईस्पीड रेल यानी ट्रांसपोर्ट सुविधाओं के लिए होगा। इस शहर में हरियाली का भी पूरा ध्यान रखा गया है. इसके साथ ही कुल जमीन का 22.5 फीसदी हिस्सा ग्रीन बेल्ट के लिए रिजर्व रखा गया है.

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