यूपी एसटीएफ ने घोड़ासहन गैंग के दो वांछितों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. ये बदमाश विभिन्न राज्यों में घूम-घूमकर दुकानों के शटर तोड़कर चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे. एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की पहचान जीतन पासवान पुत्र बीरा पासवान निवासी ढंग जनपद सीतामढी, बिहार और रोशन कुमार पुत्र पुनीत जायसवाल निवासी वीरता चौक के पास कस्बा व थाना घोड़ासन जनपद मोतीहारी, चम्पारन बिहार के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि दोनों बदमाशों पर 1 लाख रुपए का इनाम है.
लंबे समय से थी एसटीएफ को आरोपियों की तलाश
वहीं अभियुक्तों के पास से पुलिस ने 2 घड़ी, 2 आधार कार्ड और 1000 रुपए नकद बरामद किए हैं. पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी गुरुवार को रूद्र गैस्ट हाउस नियर बेरिया बस स्टैण्ड थाना राम कृष्णनगर, पटना बिहार क्षेत्र से की है. यूपीएसटीएफ को काफी लंबे समय से फरार अपराधियों के सक्रिय होकर अपराध करने एवं अन्य अपराधों में लिप्त होने की सूचनायें प्राप्त हो रहीं थी.
एसटीएफ ने बदमाशों को 36 घंटे की ट्रांजिस्ट रिमाण्ड पर लिया
इस मामले में नोएडा में पुलिस को मुखबिर एवं विश्वसनीय सूत्रों से पता चला कि वांछित अपराधी जीतन पासवान एवं रोशन कुमार पटना बिहार राज्य में मौजूद हैं. इस सूचना के मिलने पक उप निरीक्षक अक्षय पी के त्यागी द्वारा टीम के साथ पटना बिहार जाकर ईनामी अपराधी की सुरागरसी की जा रही थी. इसी दौरान पता चला कि अपराधी जीतन पासवान एवं रोशन, पटना शहर (बिहार) के रोडवेज बस अड्डे के पास चाय की दुकान पर मौजूद हैं. एसटीएफ टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर पटना कोर्ट के समक्ष पेश कर 36 घंटे का ट्रांजिस्ट रिमाण्ड प्राप्त किया गया है. इसके बाद अभियुक्त जीतन पासवान एवं रोशन कुमार को थाना इन्दिरापुरम जनपद गाजियाबाद के अभियोग में दाखिल करने हेतु लाया गया है.
2024 में 618 घड़ियों की गाजियाबाद से की चोरी
गिरफ्तार अभियुक्त जीतन पासवान ने पूछताछ पर बताया कि उसकी बहन कलावती देवी की शादी घोड़ासहन निवासी हरेन्द्र पासवान से हुई थी. जहां उसका आना-जाना था और यही पर उसकी मुलाकात राम आसरे पासवान से हुई थी. उसने दुकान के शटर को उठाकर चोरी करने का तरीका राम आसरे पासवान से सीखा था और रामआसरे पासवान को सभी लोग उस्ताद कहते थे. अभियुक्त जीतन पासवान ने वर्ष 2008 में रामआसरे पासवान एवं घोड़ासहन निवासी उमेश के साथ मिलकर जनपद सीतामढ़ी में किराने की दुकान में शटर उठाकर चोरी की थी. जेल से छूटने के बाद लगभग 2 साल के बाद अभियुक्त जीतन पासवान ने रामआसरे पासवान एवं अपने गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर नासिक महाराष्ट्र में लैपटॉप की दुकान का शटर उठाकर 20 लैपटॉप चोरी किये गये थे. इसके बाद अभियुक्त जीतन पासवान ने घोड़ासहन निवासी इरफान, रियाज, संतोष, बैल्वा चिलवा के साथ मिलकर बिलासपुर छत्तीसगढ़ में एक इलेक्ट्रानिक दुकान का शटर तोडकर 50 से अधिक लैपटॉप, कैमरे आदि चोरी किये थे, जिसमें ये सभी लोग पकड़े गये थे और जेल भी गये थे. हैदराबाद की जेल से छूटने के उपरान्त अभियुक्त जीतन पासवान ने घोड़ासहन निवासी सचिन, रोशन, सियाज आदि के साथ मिलकर साल 2024 में गाजियाबाद के थाना इन्दिरापुरम क्षेत्र में एक शटर को तोडकर लगभग 618 घड़ियों की चोरी की थी, जिनकी कीमत लगभग 3 करोड़ से अधिक थी, जिनको नेपाल में ले जाकर बेचा गया था.
मोबीन के साथ मिलकर रोशन करता था चोरी
गिरफ्तार अभियुक्त रोशन कुमार ने पूछताछ पर बताया कि उसकी अण्डे की दुकान थी और उसकी दुकान पर उसके पास के रहने वाला मोबीन जो कि पहले से चोरियों करता था, वो आता जाता था. इसी कारण से अभियुक्त रोशन कुमार की मोबीन से मित्रता हो गई. इसके बाद अभियुक्त रोशन कुमार के साथ मिलकर चोरी का वारदात को अंजाम देने लेगे. फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर दिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है.