https://nownoida.com/uploads/images/ads/head2.jpg

Azamgarh: पूर्वांचल की जमीन पर गड़ा PDA का झंडा, सपा ने सत्ता वापसी की रखी नींव

top-news
https://nownoida.com/uploads/images/ads/head1.png

उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक पुरानी कहावत है "सत्ता का रास्ता पूर्वांचल से होकर जाता है।" यही वजह है कि 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपनी सियासी रणनीति को मजबूत करने के लिए पूर्वांचल पर पूरा फोकस कर दिया है।


सियासी मिशन का नया आधार आजमगढ़


पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अब अपने सियासी मिशन का नया आधार आजमगढ़ को बना लिया है। उन्होंने यहां एक भव्य और आधुनिक आवासीय कार्यालय का निर्माण करवाया है, जिसे 'PDA भवन' नाम दिया गया है। इसका उद्घाटन गुरुवार को किया गया। अब यही भवन पूर्वांचल में सपा की राजनीति और संगठनात्मक गतिविधियों का केंद्र बनने जा रहा है।


PDA भवन से पूर्वांचल का चुनावी गणित साधने की तैयारी

यह नया कार्यालय सिर्फ एक दफ्तर नहीं, बल्कि समाजवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने और युवाओं को प्रशिक्षित करने का सेंटर भी होगा। यहां से सपा युवाओं, कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को प्रशिक्षित करेगी, साथ ही डॉ. लोहिया, कांशीराम, डॉ. आंबेडकर और मुलायम सिंह यादव के विचारों से नई पीढ़ी को जोड़ेगी।


अखिलेश यादव खुद भी अब पूर्वांचल में ज्यादा सक्रिय रहेंगे। वे आजमगढ़ में रुककर न सिर्फ जिले बल्कि आसपास के 20 जिलों के नेताओं और जनता से सीधा संवाद करेंगे। इससे पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश बढ़ेगा और उन्हें मैदान में डटे रहने की ताकत मिलेगी।


आखिर क्यों अहम है पूर्वांचल?


पूर्वांचल यानी पूर्वी उत्तर प्रदेश में 120 से ज्यादा विधानसभा सीटें आती हैं, जो राज्य की सत्ता का रुख तय करती हैं। 2017 में बीजेपी ने यहां 90 सीटें जीती थीं, लेकिन 2022 में यह घटकर 60 रह गईं। 2024 के लोकसभा चुनाव में तो सपा ने बीजेपी को कई जिलों में साफ कर दिया, बनारस मंडल, फैजाबाद, आजमगढ़, प्रयागराज जैसे इलाकों में बीजेपी का खाता तक नहीं खुला।

सपा अब इसी मोमेंटम को 2027 तक बनाए रखना चाहती है, और आजमगढ़ को इसके लिए कमांड सेंटर बनाया गया है।


सपा की 'पार्टी बनाम विचारधारा' की रणनीति


अखिलेश यादव ने अपने नए कार्यालय के उद्घाटन के दौरान बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी जानती है कि आजमगढ़ में वो चुनाव नहीं जीत सकती, इसलिए उन्होंने यहां छोटा सा कार्यालय बनाया है। वहीं सपा ने भव्य और आधुनिक ढंग से तैयार किया गया PDA भवन खड़ा कर यह दिखा दिया कि पूर्वांचल में उसकी पकड़ मजबूत है। इस दौरान अखिलेश ने एक कार्यकर्ता के हाथ में मुलायम और कांशीराम की पुरानी तस्वीर देखकर कहा, "ये दो विचारधाराएं कभी एक हुई थीं और जनता ने ऐतिहासिक वोटों से जीत दिलाई थी। अब वक्त है फिर उसी ताकत को जगाने का।"


चुनाव से पहले संगठन को दी जा रही धार


सपा इस भवन से PDA यानी पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों की एकता को नई दिशा देने की कोशिश कर रही है। अखिलेश ने साफ कहा कि "PDA ही हमें 2027 में सत्ता तक ले जाएगा।" सपा अब गांव-गांव तक अपनी विचारधारा पहुंचाने और संगठन को जमीनी स्तर पर मज़बूत करने के लिए प्रशिक्षण और संवाद कार्यक्रम भी चलाएगी।


आजमगढ़ में बना PDA भवन सिर्फ एक पार्टी ऑफिस नहीं, बल्कि सपा के सत्ता में वापसी के मिशन का लॉन्च पैड है। पूर्वांचल को साधना ही यूपी जीतने की कुंजी है, और सपा ने अब इसकी चाबी पकड़ ली है।

https://nownoida.com/uploads/images/ads/head1.png

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *