उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जहां एक तरफ माफिया थर-थर कांपते हैं, तो दूसरी तरफ शुक्रवार को सीएम योगी का गोरखपुर में सौम्य रुप देखने को मिला। वो करीब 6 साल के बालक के साथ शालीनता से चेस का खेल खेलते दिखाई दिए। साथ ही गोरखपुर जनता दरबार में सीएम योगी ने करीब 300 लोगों से मुलाकात की।

कुशाग्र संग सीएम योगी का दिखा सौम्य रुप

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का माफियाओं से लेकर नियमों का उल्लघंन करने वालों के खिलाफ आक्रामक रुप देखने को मिलता है। लेकिन शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर में वो शतरंज की बिसात पर करीब 6 साल के कुशाग्र साथ दिखाई दिए। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि शतरंज की चाल में योगी कुशाग्र के दांव-पेज देखकर मुस्कुरा देते थे। खेल के दौरान वह काफी देर तक कुशाग्र के साथ शतरंज को लेकर बातचीत करते रहे।

कौन है कुशाग्र अग्रवाल?

सीएम योगी के साथ दिखाई दे रहा 5 साल 11 महीने का कुशाग्र अग्रवाल शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर पहुंचा था। कुशाग्र अभी UKG में पढ़ते हैं। कुशाग्र ने 4 साल की उम्र में शतरंज खेलना शुरू किया और अपनी प्रतिभा के दम पर एक साल में ही फीडे रेटिंग हासिल कर ली। शतरंज की शुरुआती ट्रेनिंग उन्हें अपनी बहन अविका से मिली, जो खुद भी शतरंज की खिलाड़ी हैं। कुशाग्र अब तक पटना, बेंगलुरु, पुणे में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फीडे रेटेड प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर पुरस्कार जीत चुके हैं। वो 1428 रैपिड फीडे रेटिंग हासिल करके इस समय भारत में सबसे कम उम्र के फीडे-रेटेड खिलाड़ी बन चुके हैं।

यूपी सरकार करेगी कुशाग्र की मदद

गोरखपुर मंदिर में सीएम योगी ने कुशाग्र को उज्ज्वल भविष्य का आशीर्वाद दिया। साथ ही उनके साथ शतरंज खेला। सीएम योगी ने कुशाग्र से शतरंज की चालों से जुड़ी बारीकियों पर भी चर्चा की। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि कुशाग्र अग्रवाल की प्रतिभा को और निखारने के लिए यूपी सरकार हर तरह की मदद करेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि शतरंज का नन्हा अंतरराष्ट्रीय रेटेड खिलाड़ी आने वाले समय में गोरखपुर और प्रदेश का नाम देश-दुनिया में रोशन करेगा।

जनता दरबार में बोले सीएम ईलाज का खर्च देगी सरकार

दरअसल, चुनाव प्रचार के बाद गोरखपुर लौटे सीएम योगी ने शुक्रवार को गोरखपुर मंदिर में जनता दरबार लगाया था। इस दौरान गंभीर बीमारियों के इलाज में आर्थिक सहायता की गुहार को फरियादी पहुंचे। सीएम ने आश्वस्त किया कि जिन जरूरतमंद लोगों के पास आयुष्मान कार्ड नहीं है, उनके इलाज का खर्च सरकार उठाएगी। सीएम योगी ने अस्पताल से इलाज खर्च का एस्टीमेट बनाकर उनके कार्यालय को उपलब्ध कराया जाए। विवेकाधीन कोष से भरपूर मदद की जाएगी, इस दौरान योगी ने जनता दर्शन में करीब 300 लोगों से मुलाकात की है।

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