lucknow: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बीजेपी पार्टी पूरी तरह से तैयार नजर आ रही है. भाजपा लगातार अपने प्रत्याशियों की लिस्ट भी जारी कर रही है. ऐसे में उत्तर प्रदेश में अब तक बीजेपी ने 63 प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. जिसमें 12 पूर्व उम्मीदवारों के टिकट काट दिए हैं. जबकि 51 पुराने उम्मीदवारों पर फिर से भरोसा जाता है, जिसमें से अधिकर उम्मीदवार बुजुर्ग श्रेणी के हैं. इससे पता चलता है कि भाजपा का ज्यादा भरोसा अनुभव पर है. लेकिन सवाल यह है कि क्या बीजेपी को बुजुर्ग प्रत्याशी जीत दिला पाएंगे?

बुजुर्ग नेताओं पर भरोसा

लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने उत्तर प्रदेश में अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. 63 प्रत्याशियों में से 51 प्रत्याशी पुराने है, जिन्हें बीजेपी ने फिर से चुनावी मैदान में उतारा है. जी हां बीजेपी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, साक्षी महाराज, जगदंबिका पाल, राजवीर सिंह राजू भैया, हेमा मालिनी, संजीव बालियान, अजय मिश्रा टेनी, लल्लू सिंह, कौशल किशोर जैसे नेताओं पर फिर से भरोसा जताया है.

इन नेताओं को नहीं दिया टिकट

एक तरफ जहां बीजेपी ने कई पुराने बुजुर्ग नेताओं को टिकट दिया है तो दूसरी ओर इस बार कई नेताओं का पत्ता भी साफ किया है. इसमें कानपुर से सत्यदेव पचौरी, गाजियाबाद से जनरल वीके सिंह, बरेली से संजीव गंगवार, मेरठ से राजेंद्र अग्रवाल, पीलीभीत से वरुण गांधी के साथ ही कई नेता शामिल है.

हर वर्ग को साधने की कोशिश

यूपी में भले ही बीजेपी ने 63 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. लेकिन इस बार बीजेपी ने सभी जाति को साधने की पूरी कोशिश की है. अगर इस लिस्ट की बात करें तो सामान्य वर्ग को कुल 25 सीट दी गई हैं. इनमें ब्राह्मण- 12, ठाकुर- 8, बनिया- 3 और अन्य- 2 सीट पा सके हैं. OBC को कुल 25 सीट पर टिकट दिया गया है. इनमें कुर्मी-4, निषाद/कश्यप-3, लोधी-4, कुशवाहा/सैनी-2, जाट-3, गुर्जर-2, यादव-1, अन्य-1 सीट पा सके हैं. इसके बाद में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवार हैं, जिनका कुल 12 सीटों से नवाजा गया है.

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