गाजियाबाद में साप्ताहिक बाजार बंद करने को लेकर बवाल, पुलिस ने लाठी चार्ज किया तो भाजपा विधायक भड़के, धरने पर बैठे
- Shiv Kumar
- 12 Feb, 2025
Ghaziabad: गाजियाबाद में साप्ताहिक बाजारों को पुलिस के द्वारा हटाने के फैसले को लेकर लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है। 2 दिन पहले मुख्य सचिव ने गाजियाबाद में आकर बाजारों नई पॉलिसी तैयार होने तक पहले की तरह ही लगे रहने की बात कही थी। लेकिन गाजियाबाद पुलिस ने मंगलवार को फिर इंदिरापुरम के मंगल बाजार को बंद कर दिया। जिससे व्यापारियों का गुस्सा बढ़ गया पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। सूचना के बाद भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर मौके पर पहुंचे और व्यापारियों का बाजार लगाया और बाज़ार में ही बैठ गए। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस तानाशाही कर रही है और भाजपा सरकार की छवि खराब कर रही है।
कैंसर पीड़ित और दिव्यांग व्यापारियों ने सुनाई दर्दभरी दास्तां
एक व्यापारी ने भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर को बताया कि पुलिस ने बाज़ार में लाठी चार्ज किया और वह कैंसर का पीड़ित है। उसकी 4000 की कैंसर की दवा आनी है लेकिन बाजार नहीं लग रहा है, जिसकी वजह से उसकी हालत खराब हो सकती है। थैली बेचने वाले दिव्यांग व्यापारी ने पुलिस के कारनामों को बताया। तमाम व्यापारी पुलिस पर लाठी चार्ज का भी आरोप लगाया है, जिसे सनकर नंदकिशोर नाराज होकर बाजार में धरने पर बैठ गए।
भाजपा विधायक ने लगवाया बाजार
बता दें कि विधायक नंदकिशोर गुर्जर इंदिरापुरम के नीति खंड इलाके में लगने वाले मंगल बाजार में पहुंचे और व्यापारियों का बाजार लगवाया। घंटे तक बाजार में रुके इस दौरान पुलिस वहां से नौ दो ग्यारह हो गई। भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने व्यापारियों को बताया कि मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश ने गाजियाबाद में आकर यह बयान दिया था कि अब कोई बाजार नहीं हटाए जा रहे हैं। साप्ताहिक बाजार जहां पहले लगते थेस पहली वाली स्थिति में लगते रहेंगे, जब तक नगर निगम इन साप्ताहिक बाजारों के लिए ठोस पॉलिसी ना बना ले। इसके बावजूद भी गाजियाबाद पुलिस इन्हें दबंगई से हटा रही है।
गाजियाबाद पुलिस कर रही उगाही
विधायक ने आरोप लगाया कि गाजियाबाद पुलिस यहां से पैसे की उगाही करती है। भाजपा की सरकार को बदनाम कर रही है। यह सभी व्यापारी भाजपाई हैं और भाजपा को वोट देते हैं। लेकिन कुछ अधिकारी भाजपा की सरकार को बदनाम करना चाहते हैं। इनमें अधिकतर गाजियाबाद के ही रहने वाले व्यापारी हैं और सरकारी लोन लेकर साप्ताहिक बाजारों में समान देखते हैं। लेकिन गाजियाबाद पुलिस के एक तुगलक की फरमान के चलते हुए यह सड़कों पर आ गए और इन्हें रोजी-रोटी के लाले पड़ गए। क्योकि पुलिस ने उनके बाजार लगाने बंद कर दिए। बाजार बंद करने के बाद यह सभी व्यापारी परेशान है इनके पास दवाई के भी पैसे नहीं है।
गाजियाबाद पुलिस मुख्य सचिव के बात भी नहीं मानती
भाजपा विधायक ने
गाजियाबाद पुलिस पर यह आरोप लगाया कि गाजियाबाद के कई इलाकों में भीषण जाम लगता है
और उन इलाकों में बाजार भी नहीं भरता। उन्होंने कहा कि लाल कुआं, घंटाघर, मोहन नगर, टीला मोड़ जैसे दर्जनों इलाके हैं, जहां पर कोई
भी बाजार नहीं भरता। लेकिन पुलिस वहां नहीं होती और पूरे दिन लोग जाम में फंसे
रहते हैं। पुलिस उन इलाकों में नहीं जाती और गरीब लोगों के बाजार हटवाकर सरकार को
बदनाम करने का काम करती है। गाजियाबाद पुलिस को सड़कों पर रहकर जाम खुलवाने चाहिए
ना कि बाजार हटाने का कार्य करना चाहिए। क्योंकि यह नगर निगम का काम है। नंदकिशोर
गुर्जर ने कहा है कि गाजियाबाद पुलिस मुख्य सचिव के बात भी नहीं मानती और उनके
बयान को गंभीरता से नहीं लेती। मुख्य सचिव के बयान के बाद भी गाजियाबाद पुलिस किसी
की सुनने को तैयार नहीं है और बाजारों को हटा रही है। लेकिन जब तक नंदकिशोर गुर्जर
जिंदा है बाजार नहीं हटेंगे। मेरे खून का एक-एक कतरा व्यापारी और मजदूर के लिए काम
आएगा। यह कहते हुए नंदकिशोर गुर्जर में बैठ गए और सभी का दुकान लगवाई इस दौरान
वहां से पुलिस गायब हो गई।
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