Chaitra Navratri 2025: कब से हो रही चैत्र नवरात्रि की शुरुआत, भूलकर भी न करें ये काम, बढ़ सकती हैं समस्याएं

- Rishabh Chhabra
- 20 Mar, 2025
नई दिल्ली: चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म के प्रमुख पर्वों में से एक है, जिसे चैत्र शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है। इस बार चैत्र नवरात्रि 30 मार्च 2025 से शुरू होकर 6 अप्रैल 2025 तक चलेगी। यह नौ दिन देवी दुर्गा की आराधना, व्रत और पूजा-पाठ के लिए बेहद शुभ माने जाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इन दिनों मां दुर्गा पृथ्वी लोक पर विराजमान होती हैं और भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करती हैं।
हाथी पर सवार होकर आएंगी माँ
इस वर्ष मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आ रही हैं, जिसे ज्योतिष शास्त्र में विशेष शुभ संकेत माना जाता है। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की जाती है, जो शुभता और समृद्धि का प्रतीक होता है। हालांकि, इस दौरान कुछ कार्यों से बचना बेहद जरूरी है, क्योंकि ये नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। आइए जानते हैं कि नवरात्रि के पहले दिन कौन से कार्य नहीं करने चाहिए।
नवरात्रि के पहले दिन न करें ये तीन काम
नवरात्रि के पहले दिन घर कोसाफ-सुथरा रखना आवश्यक होता है। पूजा स्थान या घर के किसी भी कोने में गंदगी रखने से देवी लक्ष्मी की कृपा बाधित हो सकती है और नकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सकता है। इसलिए, नवरात्रि की शुरुआत से पहले पूरे घर की सफाई जरूर करें।
बाल और नाखून न काटें
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि के पहले दिन बाल और नाखून काटना अशुभ माना जाता है। इससे आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं और सुख-समृद्धि में बाधा आ सकती है। इसलिए, अगर बाल और नाखून काटने की आवश्यकता हो, तो इसे नवरात्रि शुरू होने से पहले ही कर लें।
तामसिक भोजन और नशे से बचें
नवरात्रि के दौरान सात्विक भोजन ग्रहण करने की परंपरा होती है। प्याज, लहसुन, मांस, मदिरा, शराब आदि का सेवन इस दौरान पूरी तरह वर्जित माना जाता है। ऐसा करने से घर की सकारात्मक ऊर्जा प्रभावित होती है और देवी की कृपा प्राप्त नहीं होती।
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
इस वर्ष 30 मार्च 2025 को घटस्थापना का शुभ मुहूर्त इस प्रकार है:
सुबह 6:12 बजे से 10:20 बजे तक
दोपहर 11:59 बजे से 12:49 बजे तक
इन समयों में कलश स्थापना करना बेहद शुभ और कल्याणकारी रहेगा।
चैत्र नवरात्रि 2025 का कैलेंडर
तारीख तिथि देवी का स्वरूप
30 मार्च 2025 प्रतिपदा माता शैलपुत्री
31 मार्च 2025 द्वितीया माता ब्रह्मचारिणी
01 अप्रैल 2025 तृतीया माता चंद्रघंटा
02 अप्रैल 2025 चतुर्थी माता कुष्मांडा
03 अप्रैल 2025 पंचमी माता स्कंदमाता
04 अप्रैल 2025 षष्ठी माता कात्यायनी
05 अप्रैल 2025 सप्तमी माता कालरात्रि
06 अप्रैल 2025 अष्टमी व नवमी माता महागौरी व सिद्धिदात्री
नवरात्रि में करें इन मंत्रों का जाप
ॐ ज्ञानिनामपि चेतांसि देवी भगवती हि सा।
बलादाकृष्य मोहाय महामाया प्रयच्छति।।
दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेष जन्तोः
स्वस्थैः स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि।
दारिद्र्यदुःखभयहारिणि का त्वदन्या
सर्वोपकार करणाय सदार्द्रचित्ता।।
सर्वमङ्गल माङ्गल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यंम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते।।
शरणागत दीनार्तपरित्राण परायणे
सर्वस्यार्ति हरे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते।।
चैत्र नवरात्रि आध्यात्मिक ऊर्जा और शक्ति प्राप्त करने का उत्तम अवसर होता है। यदि इन नौ दिनों में विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की जाए और बताए गए नियमों का पालन किया जाए, तो देवी दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है। नवरात्रि के पहले दिन इन तीन कार्यों से बचना चाहिए, ताकि देवी की कृपा बनी रहे और सुख-समृद्धि में वृद्धि हो।
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