जागरूकता; महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर क्यों होता है, इसका बचाव और इलाज कैसे करें?

- Nownoida editor1
- 24 Mar, 2025
Ghaziabad: गाजियाबाद के नंदग्राम में रविवार को सवेरा फाउंडेशन ट्रस्ट ने शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (भारत सरकार का उपक्रम) के सहयोग से महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने और उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से जागरूकता शिविर का आयोजन किया। यह शिविर उन गरीब और वंचित वर्ग की महिलाओं को लक्षित करते हुए आयोजित किया गया था, जिन्हें इस बीमारी और इसके रोकथाम के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं है।
शुरुआत में नहीं दिखते लक्षण
विशेषज्ञों के अनुसार, सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर है, जो हर साल हजारों महिलाओं को प्रभावित करता है। यह बीमारी गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में असामान्य वृद्धि के कारण होती है और शुरुआती चरणों में इसके कोई लक्षण नहीं दिखाई देते। इस कैंसर का मुख्य कारण ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) संक्रमण है, जो समय रहते नियंत्रित न किया जाए तो यह घातक रूप ले सकता है।
शिविर में महिलाओं का एचपीवी डीएनए टेस्ट किया
इस शिविर में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर के प्रारंभिक लक्षणों, नियमित जांच की आवश्यकता, और इस बीमारी से बचाव के उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। शिविर में महिलाओं का एचपीवी डीएनए टेस्ट किया गया। इसके साथ ही, विटामिन डी, आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी12 की कमी जांचने के लिए खून की जांच की गई, ताकि महिलाओं के समग्र स्वास्थ्य की स्थिति का आकलन किया जा सके। इस अवसर पर महिलाओं को एक वर्ष के लिए सेनेटरी पेड का निःशुल्क वितरण किया गया।स्वास्थ्य शिविर में शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की मिसेज़ आकांशा ने इस शिविर में की जा रही विभिन्न जांच और अन्य कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त कर शिविर का निरीक्षण किया और सवेरा फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना की।
महिलाएं परिवार बनाती
शिविर में शामिल जितेंद्र मोहन भारद्वाज, अपर निदेशक, संसद भवन ने बताया कि किसी देश या समाज की प्रगति के बारे में सही जानना है तो उस समाज की महिलाओं के बारे में जानना आवश्यक है। महिलाएं परिवार व समाज की ताकत है। महिलाएं परिवार बनाती हैं और परिवार से घर बनता है और फिर समाज बनता है अर्थात उसका योगदान हर जगह है। लेकिन देश में महिलाओं को कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जिसका कारण उनकी अशिक्षा, गरीबी, लिंग भेद व सही जागरूकता का अभाव है। यह एक अवसर है जब इस तरह का जांच शिविर का आयोजन शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के सहयोग से किया जा रहा है।
नंदग्राम के समाजसेवी योगेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ताओं व बड़ी संख्या में गांव के व्यक्तियों के अतिरिक्त सवेरा फाउंडेशन के डॉक्टर, पैरामेडिक्स, स्वयंसेवकों ने शिविर को सफल बनाने में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान किया। सवेरा फाउंडेशन ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने शिविर से पहले नंदग्राम में घर-घर जाकर महिलाओं को जागरूक किया और उन्हें शिविर में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके बाद इस पहल की सराहना करते हुए शिविर में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
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