Mukhtar Ansari का शूटर एनकाउंटर में ढेर, एक PCO ने बना दिया था डॉन, फिल्मी है कहानी, पढ़ें

- Rishabh Chhabra
- 31 Mar, 2025
जमशेदपुर में मुख्तार अंसारी गैंग का शूटर और ढाई लाख के इनामी बदमाश अनुज कनौजिया एनकाउंटर में मारा गया. ये कार्रवाई रविवार को यूपी एसटीएफ और झारखंड पुलिस द्वारा संयुक्त ऑपरेशन के तहत अंजाम दी गई है. वहीं अनुज कनौजिया के मारे जाने की खबर जैसे ही गाजीपुर और मऊ जनपद तक पहुंची, तो काफी लोगों ने काफी राहत की सांस ली. अनुज की दहशत से पूर्वांचल के कई लोग काफी खौफजदा रहा करते थे.
मऊ जिले के चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के बहलोलपुर गांव का रहने वाला अनुज कनौजिया जो कि मुख्तार अंसारी का बेहद करीबी और शूटर बताया जाता है. रविवार के दिन जमशेदपुर में एसटीएफ के हाथों एनकाउंटर में मारा गिराया गया. अनुज की दहशत के रडार में खास तौर पर स्वास्थ्य महकमे से जुड़े कई डॉक्टर और अधिकारी रहा करते थे. जिनसे अनुज वसूली भी करता था.
मेडिकल स्टोर संचालक के भाई की कर दी थी हत्या
कुछ ऐसा ही आलम गाजीपुर जिले के दुल्लहपुर थाना क्षेत्र में भी रहा करता था, जब अनुज कनौजिया की पत्नी रीना राय उस समय दुल्लहपुर के ही एक पीसीओ पर आए दिन बात करने को जाया करती थी और उसी दुकान के आसपास में अनुज कनौजिया भी आता-जाता रहता था. इस बीच दोनों की प्रेम कहानी शुरू हो गई. इस दौरान पीसीओ चलाने वाले मेडिकल स्टोर संचालक से किसी बात को लेकर रीना की कुछ बहस गई. जब इस बात की जानकारी अनुज कनौजिया को हुई. तो अनुज कनौजिया भी पीसीओ संचालक को फोन कर धमकी दे दी. इसके बाद अनुज अपने बताए समय पर अपने साथियों के साथ उसके मेडिकल स्टोर पर जा धमका. इसमें उसकी पत्नी रीना भी शामिल थी लेकिन गलतफहमी के चलते संजय की जगह उसके भाई मनोज वर्मा की हत्या कर दी गई थी.
जेल में मुलाकात के बाद रीना से रचाई शादी
इसके बाद दुल्लहपुर बाजार में कई दिनों तक ये मामला काफी गर्म बना रहा. इस मामले को लेकर अनुज कनौजिया और उसकी प्रेमिका रीना समेत अन्य साथियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए रीना और उसके कुछ साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. जिसके कुछ दिन बाद ही अनुज कनौजिया मऊ में आत्मसमर्पण करके जेल चला गया था. अनुज के जेल जाने के बाद दोनों की मुलाकात जेल में हुई और उसके बाद अनुज और रीना ने शादी रचा ली.
साल 2023 में रंगदारी के मामले में गिरफ्तार हुई थी रीना
कहा जाता है कि रीना ने अनुज कनौजिया के पूरे सिस्टम को खुद संभाल लिया था. साल 2023 में रंगदारी के मामले में रीना को झारखंड के रांची से पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था. इस दौरान उस पर गैंगस्टर जैसी संगीन धाराएं भी लगाई गईं थी. अनुज और रीना के दो बच्चे भी हैं.
भूमि विवाद के कारण हुई अपराध की दुनिया में एंट्री
अपराध की दुनिया में अनुज की एंट्री के पीछे का कारण भूमि विवाद बताया जाता है. उस समय अनुज के पिता हनुमान कनौजिया का पट्टीदार के घर के पास वाली जमीन को लेकर कोई विवाद चल रहा था. जिसमें अनुज के भाई मनोज और प्रमोद सिंह के बीच में विवाद था. इस विवाद में विरोधियों द्वारा अनुज के भाई मनोज को मारपीट कर घायल हालत में पोखरी के किनारे फेंक दिया गया था. इसके बाद 1994 में दीपावली के एक या दो दिन बाद ही प्रमोद सिंह की हत्या अनुज के बड़े भाई मनोज द्वारा कर दी गई थी. जिसके बाद साल 2000 में मऊ पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान मनोज को मार गिराया था.
गाजीपुर जेल में हुई थी अंसारी से मुलाकात
भाई की मौत के बाद करीब चार साल बाद यानी 2004 में अनुज ने गुड्डा सिंह की हत्या कर दी और फिर उसके भतीजे को भी मार डाला. इस हत्या के मामले के दौरान अनुज कनौजिया गाजीपुर जेल में बंद हुआ. जहां पर अनुज की मुलाकात मुख्तार अंसारी से हुई और फिर मुख्तार अंसारी की संरक्षण में उसके अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता चला गया.
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