Gorakhpur: मम्मी-पापा मुझे माफ़ कर देना... ये कहते हुए युवक ने कर ली जीवन लीला समाप्त, सामने आई ये वजह

- Rishabh Chhabra
- 14 Apr, 2025
गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) के कैंपियरगंज क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां 19 वर्षीय युवक अंकुर द्विवेदी ने फेसबुक पर लाइव आकर जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। परिजन और ग्रामीण स्तब्ध हैं, वहीं पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
शनिवार दोपहर खजुरगांवा गांव निवासी रमेश द्विवेदी का बेटा अंकुर घर के पास स्थित अलेनाबाद बाग में बैठा था। दोपहर करीब तीन बजे उसने फेसबुक पर लाइव आकर तीन पन्नों का सुसाइड नोट पढ़ना शुरू किया। वीडियो में अंकुर भावुक होते हुए अपने माता-पिता और रिश्तेदारों से माफी मांगता दिखा। उसने कहा, “मम्मी-पापा मुझे माफ कर देना, मैं अब आगे और नहीं चल पाऊंगा। मेरी जिंदगी यहीं तक थी।”
अंकुर ने लाइव के दौरान अपनी जेब से जहर की गोलियों का डिब्बा निकाला और एक के बाद एक पांच गोलियां निगल लीं। उसने कहा, “मैं यह सब अपनी मर्जी से कर रहा हूं। मेरे इस फैसले के लिए मेरा परिवार जिम्मेदार नहीं है। कृपया उन्हें परेशान न किया जाए।” उसकी आंखों से आंसू बह रहे थे, और वो लगातार बोलता जा रहा था कि उसे अब जीने की कोई वजह नहीं दिख रही।
वीडियो देखकर कुछ लोगों ने तुरंत अंकुर को फोन कर उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। किसी ग्रामीण ने फौरन उसकी हालत की जानकारी उसके परिवार को दी। परिजन जब बाग में पहुंचे तो अंकुर बेहोश पड़ा था। आनन-फानन में उसे गोरखनाथ क्षेत्र के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान देर शाम उसकी मौत हो गई।
अंकुर की मौत से पूरा गांव शोक में डूब गया है। ग्रामीणों ने बताया कि अंकुर जिद्दी स्वभाव का था और अक्सर छोटी-छोटी बातों पर नाराज हो जाया करता था। कयास लगाए जा रहे हैं कि हो सकता है उसे किसी बात को लेकर डांट पड़ी हो, जिससे क्षुब्ध होकर उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया। हालांकि, उसके द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट की जांच की जा रही है।
पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और परिवार व आसपास के लोगों से पूछताछ की। कैंपियरगंज थाना पुलिस के मुताबिक, प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है, लेकिन जांच के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आ पाएगी। युवक द्वारा लाइव आत्महत्या करने के कारण साइबर सेल की मदद भी ली जा रही है।
मृतक के पिता रमेश द्विवेदी गिट्टी-बालू की सप्लाई का काम करते हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हमें नहीं पता था कि अंकुर इतना बड़ा कदम उठा लेगा। उसने कभी अपनी परेशानी हमसे साझा नहीं की।”
यह मामला न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी भी है कि मानसिक तनाव को नजरअंदाज करना कितना खतरनाक साबित हो सकता है। जरूरत है कि युवा वर्ग को समय रहते समझा जाए, सुना जाए और उनका मानसिक संबल मजबूत किया जाए।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो की जांच भी शुरू कर दी है। फिलहाल, पूरे गांव में मातम पसरा है और अंकुर के अंतिम शब्द सबके दिलों को झकझोर रहे हैं।
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