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महाकुंभ बसाने वाले लल्लूजी टेंट में लगी भीषण आग, 3 किमी तक दिखी लपटें, बांस-बल्ली के चलते बुझाने में हुई दिक्कत

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महाकुंभ बसाने वाले लल्लूजी टेंट में लगी भीषण आग, 3 किमी तक दिखीं लपटें, बांस-बल्ली के चलते बुझाने में हुई दिक्कत
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Prayagraj: प्रयागराज महाकुंभ में टेंट लगाने वाले लल्लूजी के गोदाम में भीषण आग लगी है. घटना सुबह 7 बजे संगम क्षेत्र में परेड ग्राउंड की है. तीन किलोमीटर दूर से आग की लपटें दिख रही थी. फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियां मौके पर पहुंची. करीब 3 लाख बांस-बल्लियां, टेंट के पर्दे और अन्य सामान में आग तेजी से फैली.

रेत पर तंबू बनाने का 104 साल का अनुभव

फायर ब्रिगेड को बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. इस आग से किसी जन हानि की सूचना नहीं है. लेकिन लल्लूजी टेंट सेंटर को काफी नुकसान हुआ है. महाकुंभ में तंबुओं के शहर बसाने का जिम्मा लल्लूजी एंड संस कंपनी के पास था. यह कंपनी 104 साल से रेत पर तंबुओं का शहर बसाने का काम कर रही है. इस कंपनी को कुंभ का विश्वकर्मा कहा जाता है.


महाकुंभ में लल्लूजी टेंट की अहम भूमिका

लल्लूजी एंड संस के कार्यालय और गोदाम प्रयागराज के परेड ग्राउंड, रामबाग, झांसी और नैनी के साथ ही देशभर में हैं. कंपनी हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में लगने वाले मेलों में भी टेंट लगाने का काम करती है. कंपनी का सेटअप दिल्ली, उज्जैन, हरिद्वार और अहमदाबाद में भी है. 2025 महाकुंभ के लिए देश के 6 शहरों से लल्लूजी कंपनी की ओर से सामान मंगवाए गए थे.


महाकुंभ में मिला था इन्हें ठेका

महाकुंभ या कुंभ मेले में कपड़े के टेंट से लेकर बांस-बल्ली, थाने-चौकी बनाने का काम लल्लूजी की कंपनी के जिम्मे रहा. महाकुंभ में टेंट बनाने की जिम्मेदारी कुल 10 वेंडर्स को मिली था. इसमें 9 ठेके लल्लूजी एंड संस के परिवार के पास थे. 10वां ठेका हरिद्वार के वृंदावन टेंट हाउस को दिया गया था. लल्लूजी को अखाड़ों का टेंट लगाने के साथ वीआईपी टेंट सिटी और बड़े इवेंट में सारी व्यवस्था देने की जिम्मेदारी भी मिली थी. इस साल महाकुंभ में 4 लाख बल्लियां लगाई गई थीं.

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