नोएडा में नटवरलाल गिरफ्तार, TET की नौकरी दिलाने के पर 10 लोगों से ठगे लाखों रुपये, फर्जी नियुक्ति पत्र भी बरामद
- Shiv Kumar
- 28 Apr, 2025
Noida: थाना सेक्टर 63 पुलिस द्वारा सोमवार को लोकल इंटेलिजेंस एवं गोपनीय सूचना के आधार पर रेलवे विभाग में टीटीई के पद पर नौकरी दिलाने एवं शस्त्र लाइसेंस बनवाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी प्रशान्त कुमार (34) को बहलोलपुर अंडरपास से एफएनजी गोल चक्कर की तरफ जाने वाली सर्विस रोड पर ग्रीन बेल्ट के गेट के पास से गिरफ्तार किया गया है।
7 अप्रैल को दर्ज हुआ था मुकदमा
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 7 अप्रैल को थाना सेक्टर 63 पर एक प्रार्थना पत्र दिया गया था कि प्रशांत ने शस्त्र लाइसेंस बनवाने के नाम पर 71,000 रूपये एवं पीड़ित के भांजे को रेलवे विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर 1,00,000 (कुल 1,71,000 रुपये) की धोखाधडी की गयी है। पीड़ित ने बताया कि प्रशांत अपने आप को रेलवे विभाग नई दिल्ली में टीटीई और रेलवे विभाग, पुलिस विभाग तथा डीएम कार्यालय अच्छी पकड़ होना बताता था। इसके साथ ही कहा था कि इन विभागों से सम्बन्धित कोई कार्य हो तो बताना। नवम्बर 2024 में प्रशांत ने पीड़ित के पास कॉल कर कम्पनी में वेकेंसी होने एवं नौकरी दिलाने की बात की थी। उस समय आरोपी ने अपना नाम विशाल बताया गया था। करीब 1 सप्ताह बाद प्रशांत कुमार गुप्ता उसकी कम्पनी जी-172 सैक्टर 63 के बाहर मिला और अपने को रेलवे विभाग में टीटीई के पद पर कार्यरत बताते हुए अपनी नियुक्ति नई दिल्ली में बतायी।
पहले अपना नाम विशाल बताया, आईकार्ड में निकला प्रशांत
पीड़ित द्वारा आईडी मांगी गयी तो अभियुक्त प्रशांत द्वारा अपना आधार कार्ड व रेलवे की आईडी दिखायी गयी। जिन पर उसका नाम प्रशांत कुमार गुप्ता अंकित था। प्रार्थी द्वारा पूछा गया कि आपने तो अपना नाम विशाल बताया था, तब अभियुक्त द्वारा बताया गया कि मेरा घर का नाम विशाल है, जबकि मेरा सही नाम प्रशांत कुमार गुप्ता है। पीड़ित को को अपना शस्त्र लाइसेंस बनवाना था, जिस सम्बन्ध में प्रशांत से बात की गयी तो उसके द्वारा लाइसेंस बनवाने के नाम पर फोन-पे पर भिन्न-भिन्न तिथियो में 71,000 रुपये ऑनलाइन लिये गये थे। प्रशांत ने पीड़ित को बताया कि रेलवे विभाग में कोटे की कुछ वेकेंसी निकली है, अगर आपका कोई परिचित हो तो नौकरी दिला सकता हूं। प्रार्थी को नोर्दन रेलवे मेे टीटीई के पद पर चयनित हुए कुछ व्यक्तियों के नियुक्ति पत्र दिखाये गये और बताया गया कि यह सभी मेरे द्वारा ही रेलवे विभाग में भर्ती कराये गये है।
लाइसेंस और नौकरी दिलाने के नाम पर करता था ठगी
प्रशांत द्वारा द्वारा दिखाये गये नियुक्ति पत्रो को देखकर पीड़ित झांसे में आकर अपने भांजे की नौकरी के लिए 1 लाख कैश दे दिए। जब पीड़ित द्वारा अपने लाइसेंस एवं नौकरी के सम्बन्ध में जानकारी की जाती थी तो अटाल-मटोली की जाने लगी। काम होने का आश्वासन देकर आगे का समय दे दिया जाता था। कुछ समय बीत जाने के बाद प्रशांत ने पीड़ित का फोन उठाना बंद कर दिया और नंबर ब्लाक कर दिया। डीसीपी ने बताया कि नियुक्ति पत्रों की जांच की गई तो पता चला प्रशांत द्वारा एक अन्य व्यक्ति से भी रेलवे विभाग में टीटीई के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर ऑनलाइन 4 लाख रूपये लिये गये है। प्रशांत टीटीई की नौकरी दिलाने के नाम पर कुल 7.5 लाख रूपये तय किये जाते थे, जिसमें 01 लाख रूपये पहले लिये जाते थे। शेष रकम नौकरी मिलने के बाद लेने की बात कहता था। इस प्रकार अभियुक्त द्वारा करीब 8-10 लोगों के साथ रेलवे विभाग में नौकरी दिलाने एवं शस्त्र लाइसेंस बनवाने के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी की गयी है।
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