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UP के झाँसी में हुईं ऐसी शादी, बैलगाड़ी से आए बराती, दूल्हे का काम सुन रह जाएंगे दंग!

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झांसी। आज के दौर में जहां शादियों में दिखावा, लग्जरी गाड़ियां और मोटा खर्च आम बात हो गई है, वहीं झांसी के चिरगांव इलाके में एक अनोखी और प्रेरणादायक शादी चर्चा का विषय बनी हुई है। इस शादी ने न केवल समाज को एक नई दिशा देने का काम किया, बल्कि बुंदेलखंड की fading परंपराओं को भी फिर से जीवंत कर दिया।

सरकारी अध्यापक संतोष कुमार विश्वकर्मा के इंजीनियर बेटे अभिजीत की शादी सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिका बबली से बड़े ही पारंपरिक ढंग से हुई। शादी की हर रस्म सादगी और रीति-रिवाजों के साथ पूरी की गई। लेकिन जो चीज सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बनी, वह थी दुल्हन की विदाई—जो बैलगाड़ी से कराई गई।

जब समारोह स्थल पर विदाई का समय आया, तो सभी मेहमानों को आश्चर्य हुआ जब वहां कोई कार या जीप नहीं, बल्कि फूलों से सजी एक पारंपरिक बैलगाड़ी खड़ी थी। दूल्हा अभिजीत खुद अपनी दुल्हन को बैलगाड़ी में बैठाकर घर लेकर गया। इस नजारे को देखकर वहां मौजूद लोग हैरान भी हुए और भावुक भी।

अभिजीत ने बताया कि इस फैसले के पीछे उनका उद्देश्य बुंदेलखंड की पुरानी और समृद्ध परंपराओं को जीवित रखना था। उन्होंने कहा, "आज के जमाने में लोग परंपराएं भूलते जा रहे हैं, लेकिन हमने सोचा कि क्यों न एक बार फिर से अपने संस्कारों को अपनाया जाए।"

अभिजीत के पिता संतोष कुमार विश्वकर्मा ने कहा, "हमने बेटे की शादी बिना दहेज के की। किसी तरह की मांग नहीं की गई। हमारा मकसद सिर्फ दो परिवारों को जोड़ना था, न कि दिखावा करना।" उन्होंने यह भी बताया कि बैलगाड़ी गांव से विशेष रूप से मंगवाई गई थी और खुद उन्होंने इसका सजावट का इंतजाम कराया।

दुल्हन बबली ने भी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह अनुभव उनके लिए अविस्मरणीय रहेगा। “यह हमारे माता-पिता की इच्छा थी, और हम दोनों इस पारंपरिक विदाई से बेहद खुश हैं,” उन्होंने कहा।

इस खास शादी और विदाई की चर्चा अब न सिर्फ चिरगांव तक सीमित है, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी लोग इसकी मिसाल देने लगे हैं। सोशल मीडिया पर भी इस अनोखी विदाई की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रही हैं।

आज जब आधुनिकता की दौड़ में परंपराएं पीछे छूटती जा रही हैं, ऐसे में इस जोड़े का यह कदम समाज के लिए एक प्रेरणा है। यह शादी एक उदाहरण है कि बिना दिखावे, बिना दहेज और पूरी सादगी से भी खुशहाल और यादगार विवाह संभव है।

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