Pakistan पर टूट पड़ा दुखों का पहाड़, अब भारत के इस कदम से PAK को होगा भयंकर नुकसान!

- Rishabh Chhabra
- 03 May, 2025
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले से ही ICU में थी, अब भारत के हालिया कदम ने जैसे वेंटिलेटर भी हटा लिया है। 21.15 लाख करोड़ रुपये के भारी कर्ज में डूबा पाकिस्तान अब बस किसी तरह सांसें गिन रहा है। हालत ये है कि देश के पास सिर्फ तीन महीने का विदेशी मुद्रा भंडार बचा है, और अब भारत के नए फैसले ने उसकी कमर तोड़ दी है।
भारत ने किया Indus Water Treaty सस्पेंड, वीजा और ट्रेड भी बंद
पाकिस्तान द्वारा लगातार आतंक को बढ़ावा देने और हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया। सबसे पहले ऐतिहासिक सिंधु जल संधि को सस्पेंड किया गया, जो न तो 1971 की जंग और न ही कारगिल युद्ध के दौरान रोकी गई थी। इसके बाद भारत ने पाक नागरिकों के वीजा रद्द कर 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दिया। इतना ही नहीं, अटारी बॉर्डर को बंद कर डायरेक्ट ट्रेड पर भी पूरी तरह रोक लगा दी गई।
अब बंद हुआ इनडायरेक्ट ट्रेड भी – पाकिस्तान को 447.65 मिलियन डॉलर का झटका
भारत ने 2 मई को पाकिस्तान से इनडायरेक्ट ट्रेड पर भी पूरी तरह पाबंदी लगा दी। पहले जो सामान तीसरे देशों के माध्यम से आता-जाता था, वह भी अब पूरी तरह बंद हो जाएगा। वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-जनवरी) में भारत ने पाकिस्तान को 447.65 मिलियन डॉलर का सामान एक्सपोर्ट किया था, जो अब पूरी तरह रुक जाएगा। 2023-24 में ये आंकड़ा 1.18 बिलियन डॉलर का था।
आर्थिक कफन में लिपटता पाकिस्तान: तीन महीने की बची है सांस
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के मुताबिक, 18 अप्रैल 2025 तक उसके पास केवल 15.436 अरब डॉलर का फॉरेक्स रिजर्व बचा है। यह मात्रा देश के तीन महीने के आयात के लिए ही काफी है, जिसके बाद विकल्पों का अंधेरा है। पाकिस्तान हर साल एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट पर करीब 54 अरब डॉलर खर्च करता है, जबकि भारत एक महीने में ही 62 अरब डॉलर की ट्रेडिंग करता है।
70 लाख करोड़ का कर्ज, 2% की ग्रोथ – जीडीपी भी गिरने को तैयार
पाकिस्तान की कुल GDP अभी लगभग 340 अरब डॉलर है और विकास दर महज 2% अनुमानित की गई है। इस पर भारत के इन फैसलों का भारी असर पड़ेगा। IMF और वर्ल्ड बैंक के दरवाज़े खटखटाते-खटखटाते थक चुके पाकिस्तान ने अब चीन से 1.4 अरब डॉलर (40 युआन) की मदद मांगी है, जो 2025 के अंत तक मिलने की संभावना है। तब तक पाकिस्तान किस तरह खुद को ज़िंदा रखेगा, ये सबसे बड़ा सवाल है।
सबसे ज्यादा भारत से क्या मंगाता था पाकिस्तान?
2024 में पाकिस्तान ने भारत से जो प्रमुख आयात किए, उनमें सबसे ऊपर थे कार्बनिक रसायन ($164.19 मिलियन), फार्मा उत्पाद ($120.86 मिलियन), प्लास्टिक ($4.94 मिलियन), बहुमूल्य धातुएं और रसायन ($4.67 मिलियन), और खनिज ईंधन ($2.70 मिलियन)। अब ये सप्लाई भी पूरी तरह बंद हो गई है। इसके अलावा एंजाइम, रंगद्रव्य, मेडिकल उपकरण और कुछ कृषि उत्पादों का आयात भी पूरी तरह रुक गया है।
अब बचे हैं बस सवाल: क्या पाकिस्तान संभलेगा या बिखर जाएगा?
भारत के एक्शन ने साफ कर दिया है कि अब ‘नो टॉलरेंस’ की नीति पर काम होगा। आतंक के हर पोषक को सज़ा मिलेगी – चाहे वो सीमा के भीतर हो या बाहर। पाकिस्तान की डूबती अर्थव्यवस्था पर भारत का यह इकोनॉमिक वार उसकी रीढ़ को तोड़ने जैसा है। अब सवाल ये है कि क्या पाकिस्तान इससे उबर पाएगा, या फिर आर्थिक दिवालियेपन की ओर और तेज़ी से बढ़ेगा?
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