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Pakistan: कौन है वो हिंद की शेरनियाँ, जिन्होंने लिखी पाकिस्तान की बर्बादी, याद रखेगी दोनों मुल्को की आबादी, शाहबाज़ भी हैरान?

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एक चुटकी सिंदूर की कीमत... क्या होती है ये हिंद की शेरनियों ने पाकिस्तान को बता दिया है और ऐसा बदला लिया जिसके बाद मोदी का सीना भी गर्व से चौड़ा हो गया है. भारत ने जम्मू-कश्मीर में हुए पहलगाम आतंकी हमले का बदला महज पच्चीस मिनट में जिस आक्रामक तरीके से लिया है उसे पाकिस्तान कभी भूल नहीं पाएगा. सालों साल तक यह एयर स्ट्राइक की पकिस्तान की अवाम में गूंजती रहेगी. क्यूंकि पाकिस्तान का सबसे खूंखार आतंकी मौलाना मसूद अजहर भी अब खून के आंसू बहा रहा है. एक चुटकी सिंदूर की कीमत इतनी बड़ी चुकानी होगी, वाकई ये पाकिस्तान में कल्पना से भी परे थी. भारतीय महिलाओं के जीवन में इस लाल रंग के सिंदूर का आखिर क्या महत्व है, सिंदूर किस तरह से अपना बदला लेता है, आतंकी अब इसे एक सबक की तरह याद रखेंगे. एक चुटकी सिंदूर महज फिल्मी डायलॉग नहीं, आतंक के खिलाफ अब संग्राम का आगाज है. बैसरन घाटी में कलमे के नाम पर हुए 26 निर्दोषों के कत्लेआम के बदले की ये शुरुआत मानी जा रही है. बता दें सेना की स्ट्राइक ने इस जज्बात का पूरा ख्याल रखा है. लेकिन क्या आप जानते है की कौन है वो शेरनिया जिन्होंने पाकिस्तान की बर्बादी लिखी आइए आपको बताते है

 दरअसल ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी साझा करने के लिए मीडिया के सामने देश की दो महिला सैन्य अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह पेश हुईं. विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ ये दोनों अधिकारी भी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया से मुखातिब हुईं और ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति, तकनीक और सफलता की कहानी साझा की.


तीनों सेनाओं की संयुक्त कार्रवाई के बाद महिला अधिकारियों का सामने आकर मीडिया को जानकारी देना एक प्रतीकात्मक कदम से कहीं आगे की बात है. देश के इतिहास में पहली बार आर्म्ड फोर्स की दो महिलाएं प्रेस ब्रीफिंग करने सामने आईं. इनमें से एक एयरफोर्स से और दूसरी सेना से हैं. 

कर्नल सोफिया कुरैशी

गुजरात से ताल्लुक रखने वाली 35 वर्षीय कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना की सिग्नल कोर में ऑफीसर हैं. 1999 में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी से कमीशन प्राप्त करने के बाद उन्होंने कई अहम पोस्टिंग्स संभाली हैं. जिनमें काउंटर-इंसर्जेंसी ऑपरेशंस भी शामिल हैं. सोफिया का सेना से रिश्ता पीढ़ियों पुराना है. उनके दादा और पिता दोनों आर्मी में थे. सोफिया साल 2006 में वह UN पीसकीपिंग मिशन के तहत कांगो में तैनात रहीं.


2016 में सोफिया कुरैशी ने रचा इतिहास

2016 में तब लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर तैनात सोफिया कुरैशी ने Exercise Force 18 में भारत की 40-सदस्यीय सैन्य टुकड़ी का नेतृत्व किया था. इसके साथ ही सोफिया किसी भी मल्टीनेशनल मिलिट्री एक्सरसाइज़ में सेना की टुकड़ी का नेतृत्व करने वाली पहली भारतीय महिला अधिकारी बनीं. यह युद्धाभ्यास ना केवल भारत का सबसे बड़ा बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास था, बल्कि इसमें 18 देशों की सेनाओं ने हिस्सा लिया. इन देशों में ASEAN राष्ट्रों के अलावा जापान, अमेरिका, चीन, रूस, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड जैसे दिग्गज शामिल थे.

विंग कमांडर व्योमिका सिंह 

विंग कमांडर व्योमिका सिंह भारतीय वायुसेना की एक अनुभवी हेलिकॉप्टर पायलट हैं. उनके नाम 2500 घंटे से ज्यादा की उड़ान का अनुभव दर्ज है और वे हर तरह की भौगोलिक परिस्थितियों में उड़ान भर चुकी हैं. पहाड़, रेगिस्तान, जंगल, सब जगहों पर व्योमिका ना सिर्फ तकनीकी रूप से दक्ष हैं, बल्कि ऑपरेशनल मोर्चे पर भी पूरी तरह सक्षम भी हैं.

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