Pakistan ने चंद घंटों में ही तोड़ी जुबान, सीजफायर का किया उल्लंघन, गृहयुद्ध के मिल रहे संकेत
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत के ताबड़तोड़ हमलों से घबराकर बैकफुट पर आए पाकिस्तान ने युद्ध विराम की घोषणा के बाद एक फिर से अपनी नापाक हरकत दिखा दी है.
- Rishabh Chhabra
- 10 May, 2025
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत के ताबड़तोड़ हमलों से घबराकर बैकफुट पर आए पाकिस्तान ने युद्ध विराम की घोषणा के बाद एक फिर से अपनी नापाक हरकत दिखा दी है. एक बार फिर से पाकिस्तान ने सीमा रेखा सटे इलाकों में फायरिंग शुरू कर दी है. इसके अलावा उधमपुर में धमाके की आवाज सुनाईं दी हैं.
राजौरी में ब्लैकआउट
शुरुआती जानकारी के अनुसार श्रीनगर, बारामूला और छंब में भारी गोलीबारी की जा रही है. वहीं राजौरी में पूरी तरह से ब्लैक आउट कर दिया गया है. कानाचक सेक्टर से मढ़ में तीन ड्रोन आसमान पर दिखाई दिए हैं. पाकिस्तान की इस हिमाकत का भारतीय जवान भी माकूल जवाब दे रहे हैं.
वहीं सीजफायर उल्लंघन को लेकर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने ट्वीटर पर ट्वीट कर लिखा, आखिर संघर्ष विराम का क्या हुआ? श्रीनगर में धमाकों की आवाजें सुनी गईं!!!
वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि श्रीनगर में कई विस्फोट हुए हैं. लालचौक, बीबी कैंट एरिया और सफापोरा में विस्फोट किए गए हैं
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सीजफायर के एलान के बाद घर पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि चंद मिनट पहले भारत सरकार के प्रवक्ता की ओर से जो भारत और पाकिस्तान के दरमियान दोबारा सीजफायर को कायम करने का एलान हुआ उसका मैं दिल की गहराईयों से खैरमकदम करता हूं।
सीएम उमर ने कहा कि देर आये दुरुस्त आये. दो-तीन दिन पहले आया होता तो शायद जो खून खराबा हमें देखने को मिला, जो जानें हमने गंवाई वो कीमती जानें आज मेहफ़ूज होती. लेकिन चलिए आखिरकार पाकिस्तान के डीजीएमओ ने फोन उठाकर हमारे डीजीएमओ से बात करके दोबारा सीजफायर जम्मू कश्मीर और बाकी इलाकों में कायम किया.
आगे कहा कि अब मौजूदा जम्मू कश्मीर की हकूमत की जिम्मेदारी बनती है कि जहां-जहां नुकसान हुआ है, नुक्सान का हम मुआयना कर उसका आकलन करें और लोगों को मुआवजा पहुंचाना शुरू करें. जहां लोग घायल हैं उनका भी सही से इलाज हो, उन्हें भी मुआवजा मिले. जैसा आज सुबह ऐलान हुआ है जहां-जहां कीमती जानें गई हैं. उन लोगों को हम वापिस नहीं ला सकते लेकिन उनके गम में शरीक होके उन घरों को थोड़ी राहत पहुंचाने की कोशिश करेंगे.
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