Hair Transplant में बरतें एहतियात: एक बार में पूरी प्रक्रिया खतरे से खाली नहीं, छह महीने में होता है सुरक्षित ट्रांसप्लांट

- Rishabh Chhabra
- 16 May, 2025
कानपुर – हेयर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया जितनी सरल दिखती है, असल में उतनी ही सावधानी की मांग भी करती है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ प्लास्टिक सर्जन डॉ. प्रेम शंकर ने बताया कि यह सर्जरी दो स्टेज में पूरी की जानी चाहिए और इसमें लगभग छह महीने का समय लगता है। यदि कोई मरीज जल्दबाजी में एक ही बार में पूरा ट्रांसप्लांट करता है, तो उसके जीवन के लिए गंभीर खतरा हो सकता है।
डॉ. शंकर के अनुसार, ट्रांसप्लांट के दौरान मरीज को दी जाने वाली एनेस्थीसिया का असर करीब चार घंटे तक रहता है। इसके बाद यदि दोबारा एनेस्थीसिया देना पड़े तो शरीर पर इसका उल्टा प्रभाव हो सकता है। ऐसे मामलों में मरीज को तुरंत आईसीयू में भर्ती करने की जरूरत पड़ सकती है। इसलिए हेयर ट्रांसप्लांट केवल उन्हीं अस्पतालों में कराया जाना चाहिए जहां इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) की पूरी सुविधा हो।
गाइडलाइन का पालन जरूरी
नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) 2022 की गाइडलाइन के अनुसार, हेयर ट्रांसप्लांट केवल प्लास्टिक सर्जन या प्लास्टिक सर्जन की देखरेख में प्रशिक्षित त्वचा रोग विशेषज्ञ (डर्मेटोलॉजिस्ट) ही कर सकते हैं। इसके अलावा किसी भी अन्य व्यक्ति को यह प्रक्रिया करने की अनुमति नहीं है।
सर्जरी से पहले मरीज की पूरी मेडिकल जांच होती है। इसमें ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर, हृदय की स्थिति, खून की जांच और एलर्जी टेस्ट शामिल हैं।
हेयर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया
प्रक्रिया के पहले चरण में एक से दो हजार बाल टेस्ट किए जाते हैं। इसके बाद मरीज को छह महीने का विश्राम दिया जाता है। दूसरे चरण में बची हुई आवश्यकता के अनुसार बाल ट्रांसप्लांट किए जाते हैं। आमतौर पर सिर के पिछले हिस्से से बाल लेकर खाली स्थानों पर लगाए जाते हैं। यदि सिर पर पर्याप्त बाल नहीं हैं, तो सीने या दाढ़ी के बालों का उपयोग किया जाता है।
हेयर ट्रांसप्लांट के लिए जरूरी स्टाफ और उपकरण
सफल हेयर ट्रांसप्लांट के लिए निम्नलिखित स्टाफ और उपकरणों की आवश्यकता होती है:
•साफ-सुथरा और पूरी व्यवस्थाओं से लैस ऑपरेशन थिएटर
•एक प्लास्टिक सर्जन या प्रशिक्षित डर्मेटोलॉजिस्ट
•एनेस्थीसिया विशेषज्ञ
•कम से कम दो प्रशिक्षित स्टाफ नर्स
•पांच ओटी टेक्नीशियन
इन मरीजों को नहीं कराना चाहिए ट्रांसप्लांट
हेयर ट्रांसप्लांट उन मरीजों के लिए सुरक्षित नहीं है जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर, लिवर या किडनी संबंधी रोग, कैंसर या खून पतला करने वाली दवाएं लेने की जरूरत होती है।
ट्रांसप्लांट के बाद की सावधानियां
वरिष्ठ त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. श्वेतांक और डॉ. युगल राजपूत ने बताया कि ट्रांसप्लांट के बाद मरीज को कुछ विशेष एहतियात बरतनी होती हैं। जैसे कि सिर को गीला न होने देना, सीधे लेटना, आगे की ओर झुकने से बचना, और ब्लड प्रेशर तथा शुगर को नियंत्रित रखना। साथ ही, ट्रांसप्लांट से पहले सिर की सतह की जांच, डैंड्रफ की स्थिति और स्किन की सेहत का परीक्षण जरूरी होता है।
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