Mahakumbh में क्या ठंडे पानी से हैं जान का खतरा, क्यों उठ रहे अब ठंडे पानी पर सवाल, एक्सपर्टस ने सब बताया

- Nownoida editor3
- 17 Jan, 2025
आस्था के महाकुंभ में करोड़ों लोग डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं. श्रद्धालुओं के आगमन और ठहरने को लेकर प्रशासन से लेकर योगी सरकार तक ने खास इंतजामात किए हैं. मगर इस कपकंपाती ठंड में लोगों के लिए ठंडे-ठंडे पानी में डुबकी लगाना खतरनाक साबित हो रहा है. इतना ही नहीं भीषण ठंड में गलत तरीके के गंगा के जल में उतरना भी लोगों की जान के खतरे को और बढ़ा रहा है.
ठंडे पानी से स्नान के बाद पड़ रहा हार्ट अटैक
अभी महज कुछ दिन पहले ही एनसीपी (एसपी) के नेता महेश कोठे का हार्ट अटैक से निधन हो गया. बताया गया कि वो संगम में डुबकी लगा रहे थे. मीडिया रिपोर्ट्स में ये कोई अकेला मामला नहीं है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो महाकुंभ स्नान करने के बाद कई लोगों को हार्ट अटैक का सामना करना पड़ा है. जिसमें से कुछ की तो जान चली गई और कुछ लोगों को बचा लिया गया है. इन पीड़ितों में आम लोगों के अलावा साधु-संत भी शामिल थे.
ठंडा पानी और मौसम सिकोड़ रहा खून की नसें
देखा जाए तो भीषण ठंडा मौसम और उस पर ठंडा पानी खून की नसों को सिकोड़ देता है. तो वहीं लोगों का डुबकी लगाने का तरीका भी गलत है. कुंभ में स्नान करने वाले लोगों में कई सारे हार्ट के मरीज होंगे. सबसे बड़ी बात तो ये है कि कुछ हार्ट अटैक साइलेंट होते हैं, जो पहले लक्षण दिए बिना अचानक ही आ जाते हैं. इसलिए चाहे आप हार्ट के मरीज हों या ना हों, लेकिन सर्दी में ठंडे पानी से नहाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
ठंडे पानी में डुबकी लगाना स्वस्थ व्यक्ति के लिए हानिकारक
नहाने का पानी ज्यादा ठंडा नहीं होना चाहिए. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन द्वारा नेशनल सेंटर फॉर कोल्ड वाटर सेफ्टी के हवाले से कहा गया है कि 50 से 60 डिग्री फारेनहाइट से कम तापमान वाले पानी में अचानक घुसने से एक मिनट से कम में जान जा सकती है. जिसका साफ मतलब ये है कि 10 से 15 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा ठंडे पानी में डुबकी लगाना स्वस्थ व्यक्ति के लिए भी हानिकारक साबित हो सकता है.
अचानक ठंडे पानी में उतरने से कोल्ड शॉक लगने का खतरा
शरीर पर ठंडा पानी पड़ने से कोल्ड शॉक लग सकता है. जब अचानक कोई ठंडे पानी के अंदर घुसता है तो यह कोल्ड शॉक गंभीर हो सकता है. अचानक धड़कन और सांस तेज हो जाती हैं. ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है और दिल पर बहुत ज्यादा प्रेशर पड़ जाता है. ये स्थिति हाइपोथर्मिया से भी पहले हो जाती है.
दिल के मरीज बिल्कुल भी ना करें ये गलती
एक वरिष्ठ डॉक्टर की मानें तो किसी भी बुजुर्ग या दिल के मरीज को अचानक जरूरत से ज्यादा ठंडे पानी में नहीं नहाना चाहिए. जो लोग बीटा ब्लॉकर्स जैसी दिल की दवा ले रहे हैं, उनके लिए तो यह ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है। क्योंकि ऐसी दवाएं उनका ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट को कम कर देती हैं और कोल्ड शॉक से लड़ने के लिए शरीर को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है
डुबकी लगाने का ये है सही तरीका
अक्सर लोग ठंडे पानी में सीधा चले जाते हैं. तो वहीं कुछ लोग कपड़े पहनकर ही घुस जाते हैं और ये ज्यादा खतरनाक हो सकता है. आयुर्वेद के मुताबिक नहाने के लिए सबसे पहले पैरों को पानी से भिगोना चाहिए. फिर पेट, सीना और आखिर में सिर को पानी के संपर्क में लाना चाहिए. डॉक्टरों का कहना है कि सबसे पहले गर्दन के पीछे ठंडा पानी डालना चाहिए. यहां न्यूरोलॉजिकल सिस्टम होता है, जो कि शरीर को कोल्ड शॉक के लिए तैयार कर देता है.
कुंभ स्नान से कई दिन पहले शुरू करें तैयारी
अगर आप बुजुर्ग हैं या फिर दिल के मरीज हैं. इसके साथ ही अगर आप कुंभ स्नान करना चाहते हैं तो इसकी तैयारी कई दिन पहले से शुरू कर दें. ठंड शुरू होने के साथ धीरे-धीरे ठंडे पानी से नहाने की आदत डालें. डुबकी लगाने से पहले कुछ देर ठंडी हवा में सांस लें और धीरे-धीरे कपड़े कम करें. स्नान के लिए डुबकी लगाने की जगह थोड़ा जल डाल सकते हैं.
शुरुआती 10 सेकंड से 1 मिनट खतरनाक
ठंडे पानी में जाने के पहले 10 सेकंड से लेकर 1 मिनट तक खतरनाक होते हैं. सांस को कंट्रोल करने की कोशिश करें और कुछ भी दिक्कत होने पर तुरंत पानी से बाहर आ जाएं. खुद को सुखाएं, गर्म कपड़े पहनें और आग या गर्म माहौल में जाएं. अगर आपको सांस चढ़ना, सीने में दर्द, भारीपन, तेज धड़कन जैसी दिक्कते हो रही हैं तो स्नान करने से पहले डॉक्टर से चेकअप करवाएं.
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