COVID-19: क्या मॉडर्ना वैक्सीन से डरने की जरूरत? एफडीए की चेतावनी से फिर चर्चा में कोविड वैक्सीन
क्या कोरोना फिर से वापस आ रहा है? कोविड का खतरा बढ़ने के साथ ही कोविड वैक्सीन को लेकर भी चर्चाएं शुरु है।
- Rishabh Chhabra
- 23 May, 2025
क्या कोरोना फिर से वापस आ रहा है? कोविड का खतरा बढ़ने के साथ ही कोविड वैक्सीन को लेकर भी चर्चाएं शुरु है। इस चर्चा पर अमेरिका केफूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने फाइजर के एक निर्देश ने और ज्यादा बढ़ा दिया है।
FDA ने फाइजर और मॉर्डना कंपनियों को उनकी वैक्सीन पर चेतावनी लिखने के निर्देश दिए हैं। ऐसा क्यों है आईए खबर में विस्तार से जानते हैं।
साल 2022 में दुनिया भर में कोविड फैलने के साथ कई कंपनियों ने कोविड वैक्सीन का भी निर्माण किया था। वैक्सीन ने कोविड में सुरक्षा तो की लेकिन दुनिया भर में वैक्सीनेशन के बाद इसके साइड इफेक्ट्स भी देखने को मिले जिस पर खूब बहस हुई। अचानक हार्ट अटैक के बढ़ाते केस से इस मामले ने तूल पकड़ लिया था। अब फिर से मामला उठ गया है। इस बीच अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने वैक्सीन बनाने वाली कंपनी फाइजर और मॉर्डना को उनकी वैक्सीन पर चेतावनी लिखने के निर्देश दे दिए हैं।
यह चेतावनी हार्ट संबंधित समस्याओं के संभावित जोखिम के बारे में लिखी होनी चाहिए। यह चेतावनी इसलिए जोड़ने के आदेश दिए गए हैं ताकि जो लोग वैक्सीनेशन करवाना चाहते हैं उनको पहले से ही वैक्सीनेशन के साइड इफेक्ट और रिस्क के बारे में जानकारी रहे।
यूरोपीय हार्ड जनरल में प्रकाशित रिसर्च के अनुसार मॉडर्न और फाइजर कंपनी की वैक्सीन से हार्ट संबंधी बीमारी होने का खतरा हो सकता है। हालांकि यह न्यूनतम है और हजारों में से किसी एक को हो सकता है। रिसर्च के अनुसार वैक्सीन से दिल की बाहरी और अंदरूनी मांसपेशियों में सूजन आ सकती है, हालांकि यह वैक्सीन कोविड से बचाव करती है। रिसर्च में यह भी लिखा गया है कि जिन लोगों ने वैक्सीन लगवाया था उनकी जान बचाई जा सकी थी। भारत में बहुत से लोगों ने कोवी शील्ड और को वैक्सीन ली थी।
कोविड वैक्सीन को लेकर दावे कितने सच
पूर्व में कोविड वैक्सीन को लेकर कई तरह के दावे किए गए थे जिनमें कहा गया था। कि वैक्सीन लगाने से हर संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। वैक्सीन के कारण ब्लड में थक्के बनने के दावे भी किए गए थे। जिससे हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक जैसे खतरे होने के दावे भी किए गए थे। शोध के अनुसार कोविड वैक्सीनेशन के बाद देशभर में हार्ट और ब्रेन अटैक के मामले तेजी से बड़े थे। सैकड़ो ऐसे वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे जिनमें अचानक की कोई गिरा और हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई, हालांकि WHO से लेकर IMCR ने वैक्सीन होने वाले दुष्प्रभावों के इन दावों को खारिज कर दिया था।
क्या वैक्सीन से डरने की जरूरत?
क्या भारत के लोगों ने मॉडर्न वैक्सीन लगवाई थी? क्या उन्हें डरने की जरूरत है ? इस सवाल पर गाजियाबाद के जिला सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर आरके गुप्ता बताते हैं कि सरकार की ओर से इस तरह की कोई गाइडलाइन नहीं है। भारत में बनी सभी कोविड वैक्सीन सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि देश में सबसे पहले हेल्थ वर्कर्स को कोविड वैक्सीन लगाई गई थी। इसका कोई भी साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला था, हेल्थ वर्कर्स के बाद जनता के लिए कोविड वैक्सीनेशन शुरू किया गया था। उसे समय वैक्सीन की कमी थी इसलिए जिन लोगों को कोविद का ज्यादा डर था उन्हें पहले वैक्सीन लगाई गई थी।
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