ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बड़ा हादसा होने से टला, यथार्थ हॉस्पिटल की लिफ्ट में आधे घंटे तक फंसी रहीं 16 जिंदगियां
यथार्थ हॉस्पिटल
- Shiv Kumar
- 27 May, 2025
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बड़ा हादसा होते-होते टल गया। बिसरख थाना क्षेत्र के सेक्टर 1 में स्टाफ की लापरवाही से यथार्थ हॉस्पिटल की लिफ्ट अचानक अटक गई। जिसकी वजह से 16 लोग लगभग आधा घंटे तक लिफ्ट में फंसे रहे। बाद में कड़ी मशक्कत के बाद सभी को लिफ्ट से बाहर निकाला गया।
चौथी मंजिल पर अटकी लिफ्ट
जानकारी के मुताबिक, यथार्थ हॉस्पिटल की लिफ्ट में 16 लोग सवार होकर ऊपरी मंजिल पर जा रहे थे। तभी अचानक लिफ्ट चौथी मंजिल पर अटक गई। लिफ्ट में आम आदमी पार्टी के युवा प्रदेश अध्यक्ष पंकज अवाना सहित महिला और बुजुर्ग भी मौजूद थे। आरोप है कि कई बार हॉस्पिटल प्रबंधन और सुरक्षाकर्मियों से संपर्क किया गया लेकिन कोई मदद नहीं मिल पाई। करीब आधे घंटे तक 16 लोगों की जान लिफ्ट के अंदर ही लटकी रही। इस दौरान लिफ्ट में फंसे लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिला।
लिफ्ट एक्ट लागा होने के बाद भी नहीं रुक रहे हादसे
गौरतलब है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा की बहुमंजिला इमारतों में लगी लिफ्ट के गिरने और खराब होने को लेकर यूपी सरकार ने लिफ्ट एक्ट 2024 को लागू किया था। लिफ्ट हादसा होने पर बिल्डिंग मालिक को 24 घंटे के अंदर जिला मजिस्ट्रेट, संबंधित प्राधिकरण और स्थानीय कोतवाली को जानकारी देनी होगी। इसके साथ ही दुर्घटना होने पर जिला मजिस्ट्रेट विद्युत निरीक्षक से पहले जांच करानी होगी। उसकी रिपोर्ट के बाद ही लिफ्ट दुरुस्त करने का काम होगा। इसके बावजूद हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे।
सुरक्षा के लिए कड़ी मशक्कत
लिफ्ट एक्ट के तहत पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। इसके अलावा इमारत के मालिक को लाइट जाने के बाद लिफ्ट में फंसे लोगों के बचाव के लिए ऑटेमेटिक रेस्क्यू सिस्टम लगाना होगा। जिससे बिजली आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में लिफ्ट नजदीकी तल पर पहुंचे जाएगी और दरवाजे अपने आप खुल जाएंगे। लिफ्ट में पर्याप्त रोशनी और अंदर फंसे लोगों से बाहर के लोगों की बातचीत की प्रणाली लगानी होगी। लिफ्ट में आपातकालीन घंटी अनिवार्य होगा। आपातकाल के दौरान कैसे बचाव किया जाए। इसकी जानकारी लिफ्ट के अंदर दी जाए।
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