Greater Noida Authority में एक बड़ा फर्जीवाड़ा होने से बचा, संपत्ति विभाग के कर्मचारियों की मुस्तैदी से पकड़ा गया आरोपी, पढ़ें पूरी खबर

- Rishabh Chhabra
- 29 May, 2025
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के संपत्ति विभाग के कर्मचारियों की मुस्तैदी से एक प्रॉपर्टी का फर्जीवाड़ा होने से बच गया। फर्जी तरीके से मूल आवंटी बनकर प्रॉपटी का ट्रांसफर कराने आए व्यक्ति को प्राधिकरण के स्टाफ ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। प्राधिकरण की तरफ से सूरजपुर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस ने आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
दरअसल, सेक्टर पी थ्री में भूखंड संख्या डी-138, पीपी सिंह के नाम आवंटित है। प्रॉपर्टी ट्रांसफर के लिए जरूरी कागजात लगाकर प्राधिकरण में आवेदन किया गया। फिजिकल वेरीफिकेशन के लिए संपत्ति विभाग की तरफ से आवंटी को बुलाया गया। बुधवार को पीपी सिंह नाम से एक व्यक्ति फिजिकल वेरीफिकेशन के लिए संपत्ति विभाग आया। संपत्ति विभाग की प्रबंधक को संदेह हुआ। आधार में लिखिल ब्योरा का भी मिलान किया गया। फोटो और जन्मतिथि का मिलान न होने पर मूल फाइल से पड़ताल की गई। मिलान न होने पर फर्जीवाड़ा की आशंका हुई। ग्रेटर नोएडा एम्पलाइज एसोसिएशन के अध्यक्ष सोनू भड़ाना भी मौके पर पहुंचे और पुलिस को भी सूचना दी गई। मौके पर पहुंची सूरजपुर कोतवाली पुलिस आरोपी को पकड़कर ले गई। प्राधिकरण के प्रबंधक राजेश सिंह की तरफ से कोतवाली में तहरीर दी गई। पुलिस से एफआईआर दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया है। प्रारंभिक पड़ताल में आरोपी की पहचान महिपाल पुत्र चंद्रपाल सिंह के रूप में की गई है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ सुनील कुमार सिंह ने चेतावनी दी है कि प्रॉपर्टी के लेनदेन में फर्जीवाड़ा करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। इस प्रकरण के आरोपी की पहचान कर ली गई है। इसके अलावा अन्य जो भी लोग इस तरह के फर्जीवाड़ा में शामिल हैं, उनकी पड़ताल की जा रही है। उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बाबत पुलिस अधिकारियों से भी बात की गई है। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने संपत्ति से जुड़े विभागों को फिजिकल वेरीफिकेशन की प्रक्रिया का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं।
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