नोएडा में महिला को डिजिटल अरेस्ट कर ठगे 50 लाख, साइबर पुलिस के हाथ लगा गिरोह का एक सदस्य

- Nownoida editor1
- 05 Jun, 2025
Noida: नोएडा की साइबर क्राइम थाना पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। थाना साइबर क्राइम पुलिस द्वारा मैनुअल इंटेलिजेंस व इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के आधार पर कार्रवाई करते हुए महिला को डिजिटल अरेस्ट कर धोखाधड़ी करके 50 लाख ठगी करने वाले वाले गैंग का 1 आरोपी मो. जुनैद खान पुत्र स्व. असगर खान को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही 2,57,179 रुपये फ्रीज कराये गये है, जिसमें न्यायालय के आदेश के क्रम मे रिफंड की कार्यवाही प्रचलित है।
बता दें कि 26 मई सेक्टर-62 नोएडा में रहने वाली वृद्ध महिला ने थाना साइबर क्राइम आकर सूचना दी कि अज्ञात अभियुक्तों द्वारा अपने आप टेलीकॉम डिपार्टमेंट का कर्मचारी बताकर और मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने की धमकी देकर डिजिटल अरेस्ट किया गया। इसके बाद फर्जी कागजात भेजकर गिरफ्तारी का भय दिखाकर 50,00,000 रुपये को बैंक खातों में ट्रांसफर करा लिये गये। महिला की तहरीर के आधार पर थाना साइबर क्राइम पर केस दर्ज कर बैंक खातों को तत्काल फ्रीज करवाया गया।
गिरफ्तार साइबर ठग मो. जुनैद खान ने पूछताछ के दौरान बतायाकि वह अपने अन्य साथियों से मिलकर बंधन बैंक में खाता खुलवाया। महिला से धोखाधड़ी के रुपयों में से 8 लाख रुपये उक्त खाते में ट्रांसफर किये गये। जिसको स्वयं बैंक में उपस्थित अन्य साथियों की सहायता से निकाल लिया गया। जुनैद द्वारा खोले गए बैंक खाते को NCRP PORTAL पर चेक करने पर कुल 4 शिकायतें उत्तर प्रदेश-02,महाराष्ट्र-01, राजस्थान- 01 प्राप्त हुई हैं. पुलिस गिरोह के अन्य साथियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है.
डिजिटल अरेस्ट होने से कैसे बचें?
1- किसी भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा व्हाट्सएप कॉल और विडियों कॉल द्वारा पुलिस की वर्दी पहन कर किये जा रहे कॉल पर यकीन करने से पहले मोबाइल नंबर और बताये गये नाम व पद को GOOGLE SEARCH के द्वारा अथवा संबंधित विभाग की वेवसाइट पर उपलब्ध अधिकारियों का और उनकी तैनाती स्थल की जांच पड़ताल के बाद ही बतायी जा रही किसी बात का यकीन करें।
2- किये गये व्हाट्सएप कॉल और विडियों कॉल के विषय में एक बार कोई जानकारी साझा करने से पहले मोबाइल नंबर के विषय में निकटवर्ती साइबर सेल अथवा संबंधित विभाग जैसे नार्कोटिक्स, फेडेक्त कोरियर, CBI आदि विभिन्न संस्थानो के हेल्प डेस्क से भी जाँच पड़ताल करें।
3- अगर आपके द्वारा कोई भी पार्सल नही भेजा गया है अथवा पार्सल में यदि बताया जा रहा है कि एक पार्सल मिला है, जिसमें आपका आधार कार्ड या मो. नं. मिला है, उक्त कॉल पर यकीन ना करें वह साइबर क्रिमिनल का कॉल हो सकता है। अगर किसी विधिक कानूनी कार्रवाई की धमकी दी जा रही हो तो घबराये नहीं, तत्काल इस बात की सूचना सम्बन्धित/ निकटवर्ती थाने में अवश्य दें।
4- अगर आपके आधार की आईडी / आपके नाम से कोई बैंक खाता खोले जाने की बात कही जा रही हो तो उसे तत्काल ब्लॉक कराने के लिये सम्बन्धित नजदीकी बैंक जाकर जानकारी एकत्र कर उक्त बैंक खाते को बंद कराएं.
5- यदि व्हाट्सएप कॉल और विडियों कॉल द्वारा आपके खाते में हवाला अथवा मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित धनराशि आने की बात कही जाये तो उक्त कॉल पर यकीन न करें। क्योकि कोई भी सरकारी संस्था मनी लॉन्ड्रिग अथवा हवाले के पैसे के संबंध में द्वारा फोन पर अवगत नहीं कराती है।
6- अगर व्हाट्सएप कॉल और विडियों कॉल द्वारा आपके खाते की जांच के बाद कोई पुलिस Clearance Certificate की बात की जाती है तो यह निश्चित तोर पर Cyber Fraudsters आप को गुमराह कर आप के खाते में मौजूद बैंक धनराशि को अपने बैंक खाते में ट्रांसफर कर सकते है।
7- किसी भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा यदि आपको व्हाट्सएप कॉल और विडियों कॉल कर आपको डराया या धमकाया जाता है तो आप इसके संबंध में अपने घर में मौजूद अन्य सदस्यों अथवा रिश्तेदारों को भी इसके विषय में अवश्य जानकारी दें ।
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