Noida Authority के सीईओ डॉ. लोकेश एम का औचक निरीक्षण, कई विभागों में मची खलबली!

- Rishabh Chhabra
- 17 Jun, 2025
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने सोमवार को शहर के अनुरक्षण कार्यों की जमीनी हकीकत जानने के लिए सेक्टर-136 व सेक्टर-137 का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने चल रहे कार्यों का बारीकी से मुआयना किया और जहां काम संतोषजनक पाया गया, वहां संबंधित प्रबंधकों की सराहना की। वहीं, जहां खामियां मिलीं, वहां अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई गई।
सीईओ ने सिविल विभाग के उपमहाप्रबंधक को लगाई फटकार
सेक्टर-137 में टी-प्वाइंट पर कराए गए कार्य की गुणवत्ता मानकों के अनुसार नहीं पाई गई। वहां पेवर ग्रास टाइल्स टूटे हुए और धंसे मिले। इसके अलावा दोनों सेक्टरों में सफाई व्यवस्था भी असंतोषजनक पाई गई। कई स्थानों पर कचरे का ढेर जमा था और सफाई कर्मचारी भी मौजूद नहीं थे। इससे नाराज सीईओ ने सिविल विभाग के उपमहाप्रबंधक विजय कुमार रावल को फटकार लगाते हुए कार्यों को जल्द सुधारने के निर्देश दिए।
सेक्टर-137 के टी-प्वाइंट पर सौंदर्यीकरण करने के निर्देश
डॉ. लोकेश एम ने सेक्टर-137 के टी-प्वाइंट पर सौंदर्यीकरण करने के निर्देश भी दिए ताकि वह स्थान यातायात मानकों के अनुरूप विकसित हो सके। इसके साथ ही उन्होंने ड्रेनों में विभिन्न सोसायटियों से बहने वाले अशोधित सीवरेज जल पर चिंता जताई और स्पष्ट किया कि सभी कार्य एनजीटी और शासन के आदेशों के अनुरूप ही किए जाएं।
एक अवर अभियंता और एक स्वास्थ्य निरीक्षक का कटा एक माह का वेतन
निरीक्षण के दौरान कार्य में लापरवाही बरतने वाले एक अवर अभियंता और एक स्वास्थ्य निरीक्षक का एक माह का वेतन काटने का आदेश दिया गया। साथ ही संबंधित सोसायटीज को नोटिस जारी करने और जहां नाले व नालियां खुली मिलीं, उन्हें तत्काल ढकने के निर्देश दिए गए।
संविदाकार पर पांच लाख रुपये का जुर्माना
इसके अलावा सीईओ नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और सेक्टर-21ए स्थित नोएडा स्टेडियम भी पहुंचे। महामाया फ्लाईओवर के पास सर्विस रोड पर निर्माण सामग्री फैली मिली, जिसे तुरंत हटवाने का आदेश दिया गया। एक्सप्रेसवे के सेंट्रल वर्ज पर हो रही पेंटिंग के कार्य में भी कई खामियां पाई गईं। कार्य की गति धीमी थी और गुणवत्ता मानकों के अनुरूप नहीं थी, जिसके चलते संविदाकार पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
सीईओ ने दिए ये स्पष्ट निर्देश
सीईओ ने स्पष्ट निर्देश दिया कि एक सप्ताह के भीतर कार्य की गुणवत्ता में सुधार लाया जाए, अन्यथा संविदाकार को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। इसके अलावा सेक्टर-18 फ्लाईओवर पर पूर्व में की गई पेंटिंग धूमिल पाई गई, जिसे दोबारा करवाने के निर्देश दिए गए।
एमपी-2 मार्ग पर एलिवेटेड रोड की सफाई व्यवस्था भी खराब मिली। रोड पर मिट्टी और पॉलिथीन फैली हुई थी, जिसे लेकर सीईओ ने नियमित सफाई सुनिश्चित करने के आदेश दिए।
नोएडा स्टेडियम में निरीक्षण के दौरान पार्किंग क्षेत्र के अनुरक्षण की स्थिति भी संतोषजनक नहीं मिली। स्टेडियम में लगे कई हिस्सों के जाल क्षतिग्रस्त थे। संपूर्ण स्टेडियम की सफाई व्यवस्था दयनीय पाई गई, जिस पर सीईओ ने 24 घंटे के भीतर समुचित सफाई कराने और मरम्मत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
सीईओ का यह निरीक्षण अभियान ना सिर्फ अधिकारियों को सचेत करने वाला था, बल्कि यह संदेश भी देता है कि शहर की बुनियादी सुविधाओं में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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