Noida: साइबर ठगी का ‘सर्जन’ गिरफ्तार, अस्पताल के नाम पर काटे 9 करोड़!
नोएडा में साइबर ठगी के एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है। थाना साइबर क्राइम पुलिस ने गुरुवार को 9 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में एक शातिर आरोपी सागर चौहान को गिरफ्तार किया है।
- Rishabh Chhabra
- 27 Jun, 2025
नोएडा में साइबर ठगी के एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है। थाना साइबर क्राइम पुलिस ने गुरुवार को 9 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में एक शातिर आरोपी सागर चौहान को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी नोएडा से की गई, जहां आरोपी अस्पताल के मेडिकल बिलों में कैशलेस व्यवस्था के जरिए भारी रकम की ठगी कर रहा था।
क्या है पूरा मामला?
इस धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब एक अस्पताल ने शिकायत दर्ज कराई कि उनके मेडिकल बिलों में कैशलेस पेमेंट सिस्टम के ज़रिए करीब 9 करोड़ रुपये की ठगी हुई है। मामले में FIR नंबर 61/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कई धाराओं और आईटी एक्ट की धारा 66D के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
पहले भी हुई थीं गिरफ्तारियां
इस केस की जांच में पता चला कि घटना को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी अस्पताल का पूर्व रिकवरी अधिकारी और उसका एक साथी पहले ही 25 जून 2025 को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। अब इस गिरोह का तीसरा सदस्य सागर चौहान भी पकड़ में आ गया है।
पिछले दो सालों में 182 करोड़ का हुआ लेनदेन
पूछताछ में आरोपी सागर चौहान ने बताया कि उसके नाम से एक बैंक खाता खुलवाया गया था, जिसमें अस्पताल से धोखाधड़ी कर ट्रांसफर की गई 1.94 करोड़ रुपये की रकम आई थी। इसके बदले में उसे हर महीने 10,000 रुपये मिलते थे।
जांच में यह भी सामने आया कि पिछले दो सालों में उसी बैंक खाते से करीब 182 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है। पुलिस अब इस पूरे लेन-देन की गहराई से छानबीन कर रही है। यह मामला साइबर ठगों के नेटवर्क की गंभीरता को दर्शाता है।
साइबर सुरक्षा सुझाव:
अगर आप साइबर ठगी का शिकार होते हैं, तो तुरंत 1930 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in वेबसाइट पर शिकायत दर्ज करें।
बैंक कभी भी आपको कार्ड अपडेट के लिए लिंक नहीं भेजते, ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक न करें।
निवेश केवल सरकार और सेबी द्वारा मान्यता प्राप्त प्लेटफॉर्म पर ही करें।
सोशल मीडिया या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर 'लाइक करके पैसे कमाओ' जैसी स्कीमों से बचें, ये अक्सर धोखाधड़ी का जाल होती हैं।
साइबर क्राइम अब केवल ऑनलाइन ठगी तक सीमित नहीं रहा, बल्कि बैंकिंग, मेडिकल और सरकारी सिस्टम में भी सेंध लगाई जा रही है। ऐसे में ज़रूरत है सतर्क रहने और समय पर शिकायत दर्ज कराने की। नोएडा पुलिस की इस कार्रवाई ने दिखा दिया कि साइबर अपराधी कितने भी शातिर क्यों न हों, कानून की पकड़ से बच नहीं सकते।
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