Jewar एयरपोर्ट बना विकास का रनवे, लेदर पार्क से उड़ान भरेगा यूपी!
ग्रेटर नोएडा के जेवर एयरपोर्ट के पास अब एक नया और बड़ा औद्योगिक केंद्र बनने जा रहा है।
- Rishabh Chhabra
- 27 Jun, 2025
ग्रेटर नोएडा के जेवर एयरपोर्ट के पास अब एक नया और बड़ा औद्योगिक केंद्र बनने जा रहा है। यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने ऐलान किया है कि सेक्टर-8 में एक मेगा फुटवियर और लेदर पार्क की स्थापना की जाएगी। यह प्रोजेक्ट ना सिर्फ ग्रेटर नोएडा बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए औद्योगिक तरक्की का एक नया रास्ता खोलेगा। इस परियोजना में करीब 3000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है और अनुमान है कि इससे तीन लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा।
युवाओं और कारोबारियों को मिलेगा सुनहरा मौका
यह पार्क उन लाखों लोगों के लिए उम्मीद की नई किरण साबित हो सकता है, जो अच्छे काम की तलाश में हैं। जेवर एयरपोर्ट के पास बनने वाला यह पार्क युवाओं के लिए रोजगार का बड़ा मौका लेकर आ रहा है, जिससे उनके गांव और शहर छोड़कर दूर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह पार्क न केवल युवाओं के लिए नौकरी लाएगा, बल्कि छोटे और मझोले व्यापारियों के लिए भी नए मौके देगा। खासतौर पर आगरा, कानपुर और दिल्ली-एनसीआर के उन पारंपरिक कारोबारियों के लिए, जो सालों से जूता-चप्पल और लेदर का काम कर रहे हैं।
पार्क के लिए 100 एकड़ ज़मीन की गई चिन्हित
इस पार्क को बनाने के लिए 100 एकड़ ज़मीन चिन्हित की गई है और इसकी कीमत 9775 रुपये प्रति वर्ग मीटर तय की गई है। जमीन की दर ऐसी रखी गई है कि छोटे निवेशक भी इसमें भागीदारी कर सकें। इस योजना को केंद्र सरकार की मेगा लेदर क्लस्टर नीति और उत्तर प्रदेश की फुटवियर नीति का पूरा सहयोग मिलेगा। यानी सरकार से मिलने वाली सुविधाओं और रियायतों का भी पूरा फायदा इस परियोजना से जुड़े लोगों को मिलेगा।
पार्क निर्यात के लिहाज से भी बहुत खास
जेवर एयरपोर्ट के पास होने की वजह से यह पार्क निर्यात के लिहाज से भी बहुत खास है। माल को विदेश भेजना हो या देश के दूसरे कोनों में पहुंचाना हो, एयरपोर्ट और अच्छी सड़क कनेक्टिविटी से सब कुछ आसान हो जाएगा। इससे समय भी बचेगा और लागत भी कम होगी।
यूपी को लेदर इंडस्ट्री के ग्लोबल हब के रूप में पहचान दिलाने का एक मजबूत कदम
यह प्रोजेक्ट केवल एक पार्क नहीं है, बल्कि यूपी को लेदर और फुटवियर के ग्लोबल हब के रूप में पहचान दिलाने का एक मजबूत कदम है। यह 'मेक इन इंडिया' और 'वोकल फॉर लोकल' जैसे अभियानों को भी बढ़ावा देगा। स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ेगा, पलायन रुकेगा और ग्रामीण इलाकों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
यीडा का यह कदम एक उदाहरण बन सकता है कि अगर सोच और योजना साफ हो, तो विकास हर हाथ तक पहुंच सकता है। यह मेगा लेदर पार्क ना सिर्फ कारोबार के लिए बल्कि आम लोगों की जिंदगी में भी बड़ा बदलाव ला सकता है।
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