Aligarh: भकरौला में रहस्यमयी कीड़े का आतंक, रात में डसता है मौत का कीड़ा, 23 दिन में 23 शिकार!
अलीगढ़ जिले के मडराक क्षेत्र के भकरौला गांव में इन दिनों एक रहस्यमय कीड़े का खौफ छाया हुआ है। पिछले 23 दिनों में 23 लोग इस अनजान कीड़े का शिकार बन चुके हैं।
- Amit Mishra
- 02 Jul, 2025
अलीगढ़ जिले के मडराक क्षेत्र के भकरौला गांव में इन दिनों एक रहस्यमय कीड़े का खौफ छाया हुआ है। पिछले 23 दिनों में 23 लोग इस अनजान कीड़े का शिकार बन चुके हैं। सबसे चिंताजनक बात तो ये है कि अब तक कोई भी इस कीड़े को ठीक से देख तक नहीं सका है। यह कीड़ा रात के समय लोगों को काटता है और शरीर पर लाल-नीले निशान, सूजन और असहनीय जलन छोड़ जाता है।
मीरा देवी की मौत ने बढ़ाई दहशत
इस रहस्यमय हमले का सबसे दर्दनाक मामला 25 जून को सामने आया, जब गांव की मीरा देवी को कीड़े ने काट लिया। रात में अचानक उन्हें तेज जलन और दर्द महसूस हुआ और वे जोर से चीख पड़ीं। परिवार वाले उन्हें मेडिकल कॉलेज लेकर भागे, लेकिन डॉक्टर उनकी जान नहीं बचा सके। मीरा देवी की मौत ने गांव में दहशत का माहौल और गहरा कर दिया है।
गांव में पसरा डर, बंद हुआ जनजीवन
इस कीड़े के डर से गांव के लोग अब खेतों में काम करना छोड़ चुके हैं। बच्चों को मच्छरदानी में सुलाया जा रहा है और लोग अपने घरों के आस-पास तेल का छिड़काव कर रहे हैं ताकि कीड़ा पास न आए। गांव की परचून की दुकानें सुनसान पड़ी हैं और रोजमर्रा की जिंदगी रुक सी गई है।
पीड़ितों की हालत और अनुभव
इस कीड़े का शिकार बने लोगों में बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हैं। 13 साल का चेतन इस कीड़े के डंक से इतनी बुरी तरह प्रभावित हुआ कि उसे 10 दिन ICU में भर्ती रहना पड़ा। चेतन ने बताया कि वह रात में सो रहा था, तभी उसे जलन महसूस हुई और फिर हाथ में गहरा घाव हो गया।
वहीं, मीरा देवी की बहू सुनीता को इस कीड़े ने दो बार काटा। अब वह घर पर बेड रेस्ट पर हैं और चल-फिर भी नहीं पा रही हैं।
कई विभागों की टीम लगातार जांच में जुटी
इस खतरनाक कीड़े की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। वन विभाग के अधिकारियों का अनुमान है कि यह कोई उड़ने वाला कीड़ा हो सकता है, जो काटते वक्त किसी विषैले केमिकल का प्रयोग करता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. नीरज त्यागी ने बताया कि कीड़े की पहचान के लिए तीन विभागों – वन विभाग, नगर निगम और पशुपालन विभाग की टीमें गांव में लगातार काम कर रही हैं। इन टीमों द्वारा कीड़ों के संभावित ठिकानों की जांच की जा रही है, लेकिन अभी तक कोई साफ नतीजा सामने नहीं आया है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि जल्द ही कीड़े की पहचान कर इलाज और बचाव के उपाय किए जाएंगे।
लोगों में भय और अनिश्चितता का माहौल
गांव भकरौला में अब भी भय और अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। लोग घरों से निकलने से डर रहे हैं। प्रशासन से मांग की जा रही है कि जल्दी से जल्दी कीड़े की पहचान की जाए और इलाके को सेनेटाइज किया जाए।
यह घटना न सिर्फ स्थानीय प्रशासन के लिए चुनौती बनी हुई है, बल्कि ये भी बताती है कि अनदेखे जीव भी कितना बड़ा खतरा बन सकते हैं।
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