सांसद इकरा हसन को सहारनपुर एडीएम ने कहा, गेट आउट फ्राम माई ऑफिस, जानिए क्यों किया अपमान?

- Nownoida editor1
- 17 Jul, 2025
शामली-सहारनपुर की कैराना लोकसभा सीट से सपा सांसद इकरा हसन के साथ सहारनपुर एडीएम प्रशासन संतोष बहादुर सिंह ने दुर्व्यवहार किया है। सांसद इलाके की समस्याओं के समाधान के लिए छुटमलपुर नगर पंचायत अध्यक्ष शमा परवीन के साथ एडीएम से मिलने पहुंचीं थीं।सांसद ने की इसकी शिकायत कमिश्नर से लेकर उच्च अधिकारियों तक की है। सांसद की शिकायत पर मंडलायुक्त ने जांच शुरू कर दी है।
दरअसल, सपा सांसद इकरा हसन से सहारनपुर में जन समस्या सुन रही थी। छुटमलपुर महिला चेयरपर्सन उनसे मिली और उन्होंने छुटमलपुर ईओ द्वारा किये जा रहे व्यवहार से अगवत कराया। इसके बाद सांसद महिला चेयरपर्सन के साथ एडीएम ई संतोष बहादुर सिंह के ऑफिस पहुंची। उन्हें बताया गया कि एडीएम करीब 1:00 से लंच पर गए हुए। जबकि सांसद 3:30 बजे तक ऑफिस में वेट करते रही। उच्च अधिकारियों के कहने पर वह फिर अपने ऑफिस पहुंचे और जहां सांसद इकरा हसन और छुटमलपुर महिला अध्यक्ष ने ईओ द्वारा महिला चैयरमेन के साथ किये गए व्यवहार की मौखिक शिकायत की। एडीएम ई ने उन्होंने लिखित में शिकायत देकर जाने को बोला। जबकि सांसद ईकरा हसन ने महिला चैयरमेन व ईओ के मामले को एडीएम ई के माध्यम से शांति पूर्व समाप्त करने की बात कही। वही एडीएम ई संतोष बहादुर सिंह द्वारा उन्हें लिखित में शिकायत देकर जाने की बात कही। जिसके बाद सांसद ने उच्च अधिकारी को फोन कर सूचना देने का प्रयास किया लेकिन वो कावड़ के मामले में बिजी होने के कारण फोन पर बात नही हुई।
मंडलायुक्त ने डीएम मनीष बंसल को जांच सौंपीः सांसद का आरोप है कि उन्होंने एडीएम से छुटमलपुर इलाके से जुड़ी समस्याओं को सुनने का अनुरोध किया तो उनसे भी अभद्र व्यवहार किया और गेट आउट फ्रॉम माय ऑफिस। यह भी कार्यालय उनका है, वह जो चाहे करने के लिए स्वतंत्र हैं। इसके साथ ही धमकी भी दी। सांसद ने प्रमुख सचिव नियुक्ति उत्तर प्रदेश और मंडलायुक्त अटल कुमार राय को पत्र भेजकर इसकी शिकायत की। मंडलायुक्त ने डीएम मनीष बंसल को जांच सौंप दी है।
एडीएम ने आरोप बताया निराधारः वहीं, एडीएम प्रशासन संतोष बहादुर सिंह का कहना है कि मैं बाहर फील्ड में था, मोबाइल मेरा वाइब्रेशन पर लग गया था। 3 बजे के आसपास ए़डीएम फाइनेंस सलिल पटेल ने मेरे मोबाइल पर फोन किया। उन्होंने बताया कि सांसद यहां बैठी हैं। मैंने जैसे ही यह सुना ऑफिस पहुंचा। इसके बाद मैंने सांसद को फोन कर बुलाया। आते ही उन्होंने नाराजगी जताई कि आपने फोन रिसीव नहीं किया। एडीएम प्रशासन ने सांसद ने जो आरोप लगाया कि उनके लिए गेट आउट शब्द का प्रयोग किया गया है, यह पूरी तरह से निराधार है। हम लोगों को शासन से निर्देश रहता है कि सभी जनप्रतिनिधियों का सम्मान किया जाना चाहिए।
एडीएम को अच्छी ट्रेनिंग की आवश्यकताः
वहीं सांसद इकरा हसन ने कहा कि जो एडीएम ई द्वारा वीडियो बयान जारी कर आरोप को निराधार बताया है। उनका साफ तौर से कहना है कि उन्हें के खिलाफ इस तरीके की बातें क्यों हुई और अन्य अधिकारियों के साथ इस तरीके की बात हम लोगों ने कभी नहीं की। मुझे सांसद बने हमें करीब 1 साल हो चुका है। उन्होंने मांग की है कि एडीएम ई संतोष बहादुर सिंह को हटाकर उन्हें अच्छे से ट्रेनिंग दी जाए। जिससे आम जनता और जनप्रतिनिधियों के साथ अच्छा व्यवहार हो सके। प्रदेश सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
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