Greater Noida: बाउंड्री टूटी, लिफ्टें बंद, पानी गायब! अजनारा होम्स में बिल्डर की मनमानी का सिस्टम

- Rishabh Chhabra
- 26 Jul, 2025
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की हाई राइज सोसाइटी अजनारा होम्स में रहने वाले सैकड़ों परिवार इन दिनों परेशानियों के दलदल में फंसे हैं। सोसाइटी के ठीक बगल में गुलशन बिल्डर द्वारा नया निर्माण कार्य चल रहा है। चार महीने पहले इसी निर्माण कार्य के चलते अजनारा की बाउंड्री वॉल गिर गई थी। बिल्डर ने वादा किया था कि 15 दिनों में दीवार बना दी जाएगी, लेकिन अब चार महीने बीत चुके हैं और दीवार बनना तो दूर, उस जगह पर कब्जा कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है।
गंदगी, बदबू और गंदा पानी: बेसमेंट बना बीमारियों का घर
इतना ही नहीं सोसाइटी के बेसमेंट में भारी मात्रा में गंदगी और गंदा पानी जमा है, जिससे बदबू और मच्छरों का आतंक फैला हुआ है। कई बार निवासियों ने शिकायत की, लेकिन कोई सफाई नहीं हुई। पीने के पानी की भी किल्लत बनी हुई है, जिससे लोगों का रोजमर्रा का जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
लिफ्टें खराब, सुरक्षा नदारद, कुत्तों से डर
वहीं सोसाइटी की कई लिफ्टें या तो काम नहीं कर रहीं या बार-बार बंद हो जाती हैं, जिससे बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं को रोज़ाना परेशानी होती है। सोसाइटी में सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। यहां तक कि सीसीटीवी कैमरे भी निवासियों ने अपने पैसे से लगवाए हैं। इसके अलावा, परिसर में आवारा कुत्तों का आतंक भी लगातार बढ़ता जा रहा है।
शिकायतें होती हैं डिलीट, मेंटेनेंस के नाम पर लाखों की लूट
इन सब समस्याओं से परेशान निवासियों का सबसे बड़ा आरोप है कि जिस पोर्टल से समस्याओं की शिकायत दर्ज की जाती है, उसका एक्सेस बिल्डर के पास है। जैसे ही कोई शिकायत की जाती है, उसे हल दिखाकर पोर्टल से ही डिलीट कर दिया जाता है। लोग अपनी ही शिकायतों को दोबारा नहीं देख पाते हैं।
साथ ही, मेंटेनेंस के नाम पर हर महीने मोटी रकम वसूली जाती है, लेकिन सुविधाएं शून्य हैं। लोगों का कहना है कि सपनों का घर लेने के बाद अब ये एक दु:स्वप्न बन गया है, जहां सिर्फ असुविधा, खतरा और धोखा है।
प्रशासन से भी मिला सिर्फ आश्वासन
यहां के निवासियों ने कई बार स्थानीय प्रशासन से लेकर बिल्डर तक, हर जगह शिकायत दर्ज कराई, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। लोगों ने विरोध भी किया, लेकिन आवाजें या तो दबा दी गईं या अनसुनी कर दी गईं।
निवासियों की गुहार: कब मिलेगा राहत का जवाब?
अजनारा होम्स के निवासी अब पूछ रहे हैं कि "हमने अपना सब कुछ लगाकर ये घर खरीदा था, क्या अब सुकून से जीने का हक भी नहीं?"
ग्रेटर नोएडा जैसे आधुनिक शहर में अगर हालात ऐसे हैं, तो जिम्मेदार कौन है? अब सबकी निगाहें प्रशासन और रेरा जैसी एजेंसियों पर हैं कि क्या वे इस मुद्दे को गंभीरता से लेंगे या फिर ये "नोएडा एक-टेंशन" बना रहेगा।
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