मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव के मतदान संपन्न, बीजेपी और सपा के बीच कांटे की टक्कर, अखिलेश ने लगाए वोटिंग के दौरान ये गंभीर आरोप

- Nownoida editor3
- 05 Feb, 2025
मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र और तमिलनाडु के इरोड (पूर्व) में उपचुनाव के लिए बुधवार को वोटिंग हो गई है. भारतीय चुनाव आयोग की मानें तो शाम 5 बजे तक इरोड (पूर्व) में 64.02% और मिल्कीपुर में 65.25% वोटिंग हुई है. सुबह 7 बजे वोटिंग शुरू हुई और शाम 5 बजे तक चली. वहीं इस वोटिंग के बाद मिल्कीपुर में नया रिकॉर्ड कायम हो गया है. बता दें कि 2022 में यहां पर 60 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, जबकि उपचुनाव में 65 फीसदी से अधिक वोटिंग हुई है. इसके साथ ही दिल्ली समेत विधानसभा उपचुनावों के नतीजे 8 फरवरी को सामने आ जाएंगे
ईवीएम में कैद हुई प्रत्याशियों की किस्मत
मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के अजीत प्रसाद और भारतीय जनता पार्टी के चंद्रभानु पासवान सहित 10 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई. इस सीट पर जहां एक ओर बसपा ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं, तो वहीं कांग्रेस इस उपचुनाव में अपने गठबंधन सहयोगी सपा का समर्थन कर रही है. इसके अलावा आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) भी इस सीट से चुनाव लड़ रही है. बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद लोकसभा सीट पर अवधेश प्रसाद के जीत हासिल करने के बाद ये सीट खाली हो गई थी, जिसकी वजह से यहां पर उपचुनाव की जरूरत पड़ गई थी.
वोटिंग के दौरान अखिलेश ने लगाए धांधली के आरोप
मिल्कीपुर उपचुनाव समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बना हुआ है, क्योंकि यह सीट राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण अयोध्या जिले का ही एक हिस्सा है. वहीं उपचुनाव के लिए वोटिंग के दौरान समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अधिकारियों पर “फर्जी मतदान” और धांधली का आरोप लगाया था. सपा प्रमुख यादव ने आरोप लगाते हुए कहा था कि निर्वाचन क्षेत्र में पीठासीन अधिकारी “फर्जी मतदान का लक्ष्य पूरा कर रहे हैं”. इसके साथ ही इस बात का चुनाव आयोग और सर्वोच्च न्यायालय से “लोकतंत्र के दुश्मनों” का संज्ञान लेने को भी कहा था. हालांकि अखिलेश यादव द्वारा लगाए गए आरोपों को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने खारिज कर दिया.
सोशल मीडिया पर अखिलेश ने की ये पोस्ट
इतना ही नहीं अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक कथित स्टिंग से ऑडियो क्लिप पोस्ट की और कहा कि “ये पीठासीन अधिकारियों की सच्चाई का स्टिंग ऑपरेशन है. जो सत्ताधारी पार्टी के लिए फर्जी मतदान का लक्ष्य पूरा करने में लगे हुए हैं.” आपको बता दें कि चुनाव के लिए कुल 255 मतदान केंद्र एवं 414 मतदान केंद्र तैयार किए गये थे. उपचुनाव के लिए 1.93 लाख से अधिक पुरुष वोटर हैं, जबकि 1.78 लाख से अधिक महिला वोटर हैं. जबकि आठ थर्ड जेंडर वोटर थे.
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