साले ने 15 लाख सुपारी देकर अपने जीजा बैंक मैनेजर की कराई थी हत्या, फिल्मी स्टाइल में रची थी साजिश
- Shiv Kumar
- 24 Feb, 2025
Noida: नोएडा में बैंक डेटा मैनेजर की गोली मारकर हत्या का ईकोटेक थर्ड थाना पुलिस ने खुलासा क दिया है। मैनेजर के साले ने ही अपने जीजा की हत्या कराई थी। 15 लाख रुपए की सुपारी देकर शूटरों से हत्या कराई थी। पुलिस ने आरोपी साले सहित 2 आरोपियो को गिरफ्तार किया है।
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति
अवस्थी ने बताया कि 21 फरवरी को थाना इकोटेक तृतीय क्षेत्र में सुबह करीब 08.30
बजे डाटा सेन्टर/डी पार्क तिराहे के पास एक व्यक्ति की गोली मालकर हत्या कर दी गयी
थी। मृतक की शिनाख्त मनजीत मिश्रा (29) मूल निवासी दरभंगा बिहार और हाल पता वसुन्धरा
गाजियाबाद के रूप में हुई थी। परिजनों की सूचना के आधार पर थाना पुलिस ने मुकदमा
दर्ज किया था।
100 कैमरों को चेक किया तो दिखे शूटर
डीसीपी ने बताया कि आरोपियों
की गिरफ्तार की लिए 3 टीमों का गठन किया गया था। जांच के दौरान पाया कि मनजीत
मिश्रा मे रहता था। वही पर उसका स्वयं का मकान था और मृतक डाटा सेन्टर में
प्राइवेट नौकरी करता था। टीमों द्वारा घटनास्थल पर व उसके आसपास तथा मृतक के घर
गाजियाबाद से नोएडा तक लगे लगभग 100 कैमरो को चेक किया तो पाया कि 21 फरवरी को मनजीत
अपने घर से अपनी कार के द्वारा डाटा सेन्टर में ड्यूटी के लिये निकला। घर से ही
बाइक पर दो अज्ञात व्यक्ति द्वारा उसका पीछा करने लगे थे। डाटा सेन्टर तिराहे के
पास मौका मिलते ही दोनों व्यक्तियो द्वारा मनजीत मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर
मौके से फरार हो गये थे। मुखबिर और सर्विलांस की सहायता से सचिन राठौर और प्रवीण
उर्फ तिलके को डाटा सेन्टर के पास से गिरफ्तार किया गया है।
डीसीपी ने बताया कि मनजीत और उसकी पत्नी मेघा दोनों एक साथ इन्द्रप्रस्थ कॉलेज साहिबाबाद गाजियाबाद मे पढ़ते थे। वहीं, पर वर्ष 2017 में दोनों की जान पहचान हो गयी। दोनों दोस्त बन गये थे। यह बात मेघा ने घर वालों को बतायी। परिवार वालो ने रजामंदी से मेघा की शादी 28 जनवरी 2024 को मनजीत मिश्रा के साथ कर दी थी। शादी के करीब 15 दिन बाद ही मनजीत मिश्रा के पिता प्रमोद मिश्रा की सड़क दुर्घटना मे मृत्यु हो गयी थी । इस घटना के बाद मनजीत मिश्रा के घर वाले मेघा को बुरा-भला कहने लगे थे और आये दिन मेघा व मंजीत मिश्रा व उसके परिजनों का आपस में झगड़ा होता रहता था। जिसकी एक बार शिकायत मेघा के भाई सचिन ने पुलिस मे भी की थी।
पति-पत्नी के बीच चल रहा था विवाद
मंजीत ने अपनी जान को खतरा होने की शिकायत 19 अक्टूबर 2024 को इन्दरापुरम थाने में की थी। 20 जून 2024 को मनजीत मेघा को उसके घर बाद मे ले जाने को कहकर छोड़ आया था। इसके बाद मनजीत मेघा को लेने नहीं आया। मेघा के परिवार ने बार बार समझौता कराने का प्रयास किया लेकिन मंजीत व उसके घर वाले नहीं माने। तंग परेशान होकर मेघा के भाई सचिन ने कोर्ट में वाद दायर किया, जिसमें मीडियेशन चल रहा था। मेघा के परिवार वाले मेघा को देखकर परेशान होते थे। मेघा की हालत को देखकर मेघा के भाई सचिन ने एक दिन अपने साथ काम करने वाले प्रवीण से कहा कि हम परेशान हो गये है। मंजीत मिश्रा का काम तमाम करा दो तो प्रवीण ने कहा कि मंजीत को मैं रास्ते हटवा दूंगा।
पांच लाख रुपये दिए थे एडवांस
सचिन राठोड मंजीत मिश्रा को रास्ते हटाने
के लिए प्रवीण को 15 लाख रूपये देने का वादा किया था और 05 लाख रुपये दिसम्बर 2024
में प्रवीण को दे दिये थे। प्रवीण ने अपने ही गांव के एक व्यक्ति को मंजीत की
हत्या कराने के लिए शूटर हायर किये थे। इन सभी की योजना के मुताबिक दोनों शूटरों
के ओयो होटल 5/17 साईट 4 लोनी रोड इन्ड्रियल एरिया मोहन नगर गाजियाबाद में रूकने
का इंतजाम किया था। इन दोनों ने ही मंजीत मिश्रा का घर इन दोनों को दिखाया था। योजना
के मुताबिक दोनों 20 फरवरी को इसी होटल में रुके थे । फिर अगले दिन इन दोनो ने मंजीत
मिश्रा की रेकी कर इसकी गाड़ी का पीछा करके डी-पार्क डाट सेन्टर तिराहे पर योजना के
मुताबिक गाड़ी में टक्कर मारकर गिर गये थे। जैसे ही मंजीत मिश्रा इनके पास आया तो
इन दोनो ने मंजीत मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी थी और मौके से भाग गये थे।
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