भारतीय क्रिकेट टीम को बेंगलुरु टेस्ट में 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। पहली पारी में टीम इंडिया शर्मनाक रिकॉर्ड बनाते हुए 46 रनों पर सिमट गई थी। लेकिन फिर दूसरी पारी में टीम ने खुद की संभाला लेकिन जीत हासिल नहीं कर सकी। वहीं, दूसरी ओर कीवी टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए भारत में अपने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए जीत हासिल की।

कीवी टीम ने 8 विकेट से हासिल की जीत

दूसरी पारी में ऑल आउट होने के बाद टीम इंडिया की हार लगभग मानी जा रही थी। टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के सामने जीत के लिए 107 रन का लक्ष्य रखा था। कीवी टीम के पास इस स्कोर को हासिल करने के लिए हाथ में 10 विकेट और पूरे दिन का खेल बचा था। न्यूजीलैंड ने सिर्फ 2 विकेट गंवाकर 8 विकेट से मुकाबला जीत लिया। इस जीत में विल यंग और रचिन रवींद्र ने मिलकर न्यूजीलैंड को पहली जीत दिलाई, आपको बता दें, 1988 में आखिरी जीत दर्ज करने के बाद न्यूजीलैंड कभी भारत में कोई टेस्ट जीता ही नहीं था।

37 साल का टूट गया रिकॉर्ड

टीम इंडिया की इस साल ये तीसरी टेस्ट सीरीज है। सबसे पहले टीम इंडिया ने घर पर इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेली थी। वहीं, हाल ही में टेस्ट सीरीज में बांग्लादेश का सामना किया था और अब न्यूजीलैंड से खेल रही है। न्यूजीलैंड से पहले इंग्लैंड ने भी इस साल भारत को एक टेस्ट मैच हराया था। यानी टीम इंडिया इस साल अपने घर पर दो अलग-अलग टीमों के खिलाफ टेस्ट मैच हार चुकी है। आपको जानकर हैरानी होगी कि साल 1987 के बाद ये टीम इंडिया ने दो अलग-अलग टीमों के खिलाफ एक ही साल में अपने घर पर टेस्ट मैच गंवाए हैं।

लकी रहा है बेंगलुरु का मैदान

बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में टीम इंडिया ने 19 साल से कोई टेस्ट मैच हारा है। पाकिस्तान ने साल 2005 में टीम इंडिया को बेंगलुरु में टेस्ट मैच हराया था। फिर साल 2010 के बाद से ये पहला मौका है जब इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को छोड़कर किसी और टीम ने भारत में टेस्ट मैच जीता है।

हार के बाद रोहित क्या बोले

बेंगलुरु टेस्ट में मिली हार के बाद रोहित शर्मा ने बताया कि, दूसरी पारी में हमने बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया। लेकिन पहली पारी में हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। इसलिए हम जानते थे कि आगे क्या होने वाला है और कुछ खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे थे। जब आप 350 रन से पीछे होते हैं तो आप इसके बारे में ज्यादा नहीं सोच सकते, बस गेंद और बल्लेबाजी देखनी होती है। कुछ साझेदारिया देखना वाकई रोमांचक था। हम आसानी से सस्ते में आउट हो सकते थे, लेकिन हमें अपने प्रयास पर गर्व है।

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version