उत्तर प्रदेश के मेरठ से सिर्फ 14 साल के एक मासूम ने अपनी जान ले ली। इस घटना से न सिर्फ मेरठ बल्कि हर कोई हैरान है। पढ़ाई में कम नंबर लाने पर जब पिता ने डांटा, तो मेरठ के कक्षा 10 में पढ़ने वाले अंगद ने पिता की ही लाइसेंसी रिवाल्वर से कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली।

सुसाइट नोट में लिखी पेरेंट्स से नाराजगी

इस भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों ने पास बच्चों को देने के लिए सुख-सुविधाएं हैं। लेकिन नहीं है, तो समय। अंगद के सुसाइड नोट को पढ़ने वाला हर व्यक्ति भावुक हो जाता है। उसने लिखा- पापा ने मुझे मोबाइल चलाने पर डांटा है। पापा आप मुझे मोबाइल नहीं दिलाते। मम्मी का मोबाइल यूज करने को कहते हो। बुलेट नहीं दिलाते। पुरानी बाइक मॉडिफाई नहीं कराते हो। परिवार के लोग मुझे प्यार नहीं करते हैं। इसलिए मैं जा रहा हूं…।

कनाडा से फोन करके लगाई डांट, बेटे ने कहा दुनिया को अलविदा

ये घटना बहसूमा थाना क्षेत्र के रामराज गांव की है। बिजनेसमैन नितिन चौधरी का बड़ा बेटा 10वीं में पढ़ता है। कक्षा 9 में कम नंबर आए थे। मंगलवार को पिता ने फोन कर अंगद को पढ़ाई करने के लिए डांटा था। इससे नाराज होकर उसने ये कदम उठाया। रात घर पर दोनों बेटे अंगद, रुद्र और उनकी मां पूजा थी। मां बाथरुम में काम कर रही थी। 10 साल का छोटा बेटा रुद्र बाहर खेल रहा था। अंगद अपने कमरे में पढ़ रहा था। तभी अंगद ने अलमारी से रिवाल्वर निकाली और कनपटी पर सटाकर खुद को गोली मार ली। फायरिंग की आवाज सुनकर मां कमरे में पहुंची तो देखा बेटा बेड पर खून से लथपथ पड़ा था। पूजा ने परिवार के अन्य लोगों को जानकारी दी। परिजन तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने अंगद को मृत घोषित कर दिया।,

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