गौतमबुद्ध नगर में ओवलोड वाहनों के खिलाफ डीएम मनीष कुमार वर्मा ने एक सख्त कदम उठाया है. डीएम ने वाहनों की ओवरलोडिंग पर लगाम लगाने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है. जिसके तहत 197 ओवरलोड वाहनों पर अब कार्रवाई की जा चुकी है. इन ओवरलोड वाहनों पर कुल मिलाकर एक करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया गया है. बता दें कि यह कदम ट्रांसपोर्ट यूनियन की शिकायत के बाद उठाया गया था. जिसमें ओवरलोडिंग की समस्या को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक रिट भी दाखिल की गई थी.

डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बनाई टास्क फोर्स
इस समस्या को जिलाधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए उप जिलाधिकारी, एआरटीओ, जिला खनन अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारियों की एक टास्क फोर्स बनाई. इस टास्क फोर्स ने ओवरलोड वाहनों की धरपकड़ की. इन वाहनों में राजस्थान और हरियाणा से रोड़ी, गिट्टी, और रेत लाकर गौतमबुद्ध नगर में अवैध रूप से ढोने का प्रयास किया जा रहा था. टीम ने ना केवल इन वाहनों के चालान काटे, बल्कि कुछ वाहनों को सीज भी किया और उन पर भारी जुर्माना लगाया. इसके साथ ही इन ओवरलोड वाहनों के चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस और परमिट को निलंबित करने की भी सिफारिश की गई है.

ओवरलोड वाहनों के चालान से 1 करोड़ से अधिक का मिला रेवेन्यू
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्रवाई से एक करोड़ रुपए से अधिक का रेवेन्यू प्राप्त हुआ है. ओवरलोड वाहनों को जिले में चलने नहीं दिया जाएगा. अगर किसी सरकारी कर्मचारी या अधिकारी की मिलीभगत पाई जाती है. तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी. ट्रांसपोर्ट यूनियन के अध्यक्ष ने बताया कि ओवरलोड वाहनों को लेकर उन्होंने ही जिलाधिकारी से शिकायत की थी. इस मामले में कोर्ट में पीआईएल भी दाखिल की गई थी. अब जब कार्रवाई हो रही है तो उनके पास कई लोग आकर दबाव बना रहे हैं और उनकी पॉलिसी को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.

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