Greater Noida: अवैध निर्माण के खिलाफ प्राधिकरण की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। बिसरख में 18 हजार वर्गमीटर जमीन से अतिक्रमण के बाद अब बिसरख और जलालपुर की करीब 40 हजार वर्गमीटर जमीन को खाली करवाया गया है। बिसरख और जलालपुर के खसरा संख्या 112, 116, 123, 124 के भूमि पर से अतिक्रमण हटाया गया है।

इतने कीमत की भूमि से हटाया गया अतिक्रमण

जिस जमीन से कब्जा हटाया गया, उसमें बड़ा हिस्सा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण परिक्षेत्र में आती है। जबकि कुछ हिस्सा डूब क्षेत्र का है। यहां पर कुल मिलाकर 40 हजार वर्ग मीटर को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया है। जिसकी अनुमानित कीमत करीब 30 करोड़ रूपये है। प्राधिकरण के ओएसडी हिमांशु वर्मा ने बताया कि कुछ कालोनाइजर बिसरख के डूब क्षेत्र में जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे। वर्क सर्किल तीन के प्रबंधक प्रशांत समाधिया और सहायक प्रबंधक गौरव बघेल के नेतृत्व में टीम ने बुधवार को मौके पर जाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। करीब 5 घंटे तक यह कार्रवाई चली।

प्राधिकरण की अपील- झांसे में ना आएं खरीददार

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ अन्नपूर्णा गर्ग ने चेतावनी दी है कि प्राधिकरण के अधिसूचित एरिया में किसी भी व्यक्ति ने अवैध कब्जे की कोशिश की तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने लोगों से अपील की है कि इन कालोनाइजरों के झांसे में आकर अपनी गाढ़ी कमाई न फंसाएं। ग्रेटर नोएडा के अधिसूचित एरिया में किसी भी व्यक्ति को अवैध निर्माण करने की इजाजत नहीं है। ग्रेटर नोएडा में कहीं भी जमीन खरीदने से पहले प्राधिकरण से संपर्क कर पूरी जानकारी जरूर प्राप्त कर लें।

बिसरख क्षेत्र में पहले भी हुई थी कार्रवाई

बिसरख गांव में ग्रेनो प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र पर बनी अवैध काॅलोनी को 10 फरवरी को खाली करवाया गया था। यहां पर प्राधिकरण परिक्षेत्र के 18 हजार वर्ग मीटर की जमीन कब्जा मुक्त कराया गया था। अतिक्रमण दस्ते ने जमीन पर कब्जा हासिल कर अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ बिसरख कोतवाली में शिकायत भी दी गई है।

सहारा सिटी से हटवाया गया अतिक्रमण

बीते शनिवार को बादलपुर थाना क्षेत्र के छपरौला स्थित सहारा सिटी में हो रहे अवैध निर्माण के खिलाफ प्राधिकरण ने बुलडोजर चलाया था। इस दौरान प्राधिकरण के द्वारा सवा लाख वर्ग मीटर से अधिक एरिया पर हुए अधिक्रमण को तोड़ दिया गया और जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया। दरअसल, छपरौला का सहारा सिटी एरिया ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में आता है। कुछ कॉलोनाइजर इस जमीन पर कॉलोनी काटने की कोशिश कर रहे हैं। वह छोटे-छोटे प्लाट काटकर लोगों को बेच रहे थे। प्राधिकरण की तरफ से इससे पहले भी धारा 10 का नोटिस जारी करते हुए इन कॉलोनाइजरों को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन उनकी तरफ से नोटिस पर कोई अमल नहीं किया गया।

आखिर किसके सह पर चल रहा अतिक्रमण

एक तरफ प्राधिकरण अब एक के बाद एक अतिक्रमण को खाली करवाने में जुटी है। लेकिन सवाल ये कि कई जगह तो ऐसे हैं, जहां बंगले तक बनकर तैयार हैं। मतलब साफ है कि ये अतिक्रमण एक दो दिन, महीने में तो हुए नहीं होंगे। यहां पर सालों से अतिक्रमण प्राधिकरण की जमीन पर चल रहा है। फिर प्राधिकरण अब तक कहां सो रही थी।

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