नीट परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा का रिजल्ट घोषित हो चुका है। जिसमें 67 उम्मीदवारों ने टॉपर्स की लिस्ट में जगह बनाई है। 67 कैंडिडेट्स ऐसे हैं। जिन्हें 720 में से 720 यानि पूरे नंबर मिले थे। वहीं इस परीक्षा को कराने वाली एजेंसी NTA पर पहले पेपर लीक और उसके बाद अब मार्क्स स्कैम, ग्रेस मार्क्स देने को लेकर तमाम सवाल उठ रहे हैं। जिसके कारण परीक्षा में पूरे नंबर मिलने के बाद भी छात्र फिर से रिजल्ट जारी करने की मांग कर रहे हैं। दरअसल देशभर से लगभग 24 लाख उम्मीदवार 05 मई को आयोजित हुई नीट यूजी परीक्षा में बैठे थे। नीट यूजी को सुचारू ढंग से कराने की जिम्मेदारी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को सौंपी गई थी, लेकिन नीट रिजल्ट जारी होने के बाद लाखों उम्मीदवार नीट की शुचिता पर सवाल खड़े कर रहे हैं। जिनमें से कुछ उम्मीदवारों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है। वहीं एनटीए पर आरोप लगाने वाले उम्मीदवारों में नीट में अच्छा स्कोर पाने वाले उम्मीदवार भी शामिल हैं।

NTA ट्रांसपेरेंसी नहीं दिखा रहा, केवल खुद को डिफेंड कर रहा
NEET में 720/720 अंक लाने वाले उम्मीदवारों में कुछ झारखंड के रांची से भी हैं। हालांकि अच्छे अंक पाने के बावजूद उन उम्मीदवार का भी आरोप है कि NTA की वजह से उनके भविष्य पर अनिश्चितता के गहरे काले घने बादल मंडरा रहे हैं। लिहाजा अभ्यर्थियों ने हाथों में तख्तियां लेकर विरोध किया और अपने लिए न्याय में मांग की। उनकी मांग है कि एनटीए फिर से नीट रिजल्ट जारी करे। साथ ही सुप्रीम कोर्ट से भी गुजारिश की गई है कि वो पूरे मामले में हस्तक्षेप करे। नीट रिजल्ट में 720 में से 715 अंक लाने वाले केशव सौरभ सामदर्शी का कहना है कि इतने अच्छे मार्क्स लाने पर भी एनटीए रैंक अच्छी नहीं दे रहा, एनटीए ट्रांसपेरेंसी नहीं दिखा रहा। केवल खुद को डिफेंड कर रहा है कि पेपर लीक नहीं हुआ है। सभी को ग्रेस मार्क्स दिए जा रहे हैं, जिनके 613 मार्क्स थे उन्हें 720 मार्क्स दे दिए गए हैं। उधर कोचिंग सेंटर में नीट की तैयारी कराने वाले टीचर्स भी NTA के रवैये से नाराज हैं। उनका आरोप है कि अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है। लिहाजा, एनटीए को फिर से नीट रिजल्ट की समीक्षा करनी चाहिए और दोबारा जारी करना चाहिए।

छात्र संगठन NTA के खिलाफ करेंगे धरना प्रदर्शन
स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन भी नीट रिजल्ट में गड़बड़ी को लेकर एनटीए के खिलाफ मिलकर धरना प्रदर्शन करने जा रहे हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी और जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन 10 जून को दिल्ली में शास्त्री भवन के बाहर सुबह 10 बजे से धरना प्रदर्शन करेंगे। उनकी मांग है कि नीट एग्जाम में फर्जीवाड़े को लेकर छात्रों को तुरंत न्याय मिले, पीएचडी एडमिशन के लिए यूजीसी नेट की अनिवार्यता खत्म हो। सीयूईटी, पीजी और अन्य परीक्षाओं के जरिये एजुकेशन का सेंट्रलाइजेशन रुके और अक्षम एनटीए को खत्म करो।

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