नोएडा की थाना साइबर क्राइम पुलिस को डिजिटल अरेस्ट के एक मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने मामले में धोखाधड़ी और ठगी करने वाले गैंग के एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है. शातिर अपराधी ने पीड़ित से 59 लाख 54 हजार रुपए की धोखाधड़ी/ठगी की घटना को अंजाम दिया था.

क्या है पूरा मामला
बता दें कि 22 जुलाई को पीड़ित ने नोएडा की थाना साइबर क्राइम पुलिस को तहरीर दी थी. पीड़ित ने इसमें बताया कि फोन कॉल और व्हाट्सएप कॉल करके स्वयं को ट्राई विभाग का कर्मचारी बताकर पीड़ित के अश्लील वीडियो प्रसारित किए जाने के नाम पर पुलिस स्टेशन मुंबई में एफआईआर दर्ज होने और वारंट इश्यू होने के साथ ही पीड़ित के परिवार व बच्चों को अगवा कर लेने का भय दिखाया गया. शातिर ने पीड़ित से 59 लाख 54 हजार रुपए अपने बताए खातों में ट्रांसफर कराकर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया था. वहीं मामले में साइबर थाना नोएडा द्वारा मंगलवार को लोकल इंटेलिजेंस एवं गोपनीय सूचना के आधार पर कार्यवाही की गई. इस दौरान पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट कर धोखाधड़ी/ठगी करने वाले 1 शातिर अभियुक्त शिवचरन गंगवाल पुत्र स्व0 प्रेमचंद गंगवाल को सुपर नोवा बिल्डिंग के पास नोएडा से गिरफ्तार कर लिया है.

1 आरोपी फरार, तलाश जारी
अभियुक्त ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह अपने मोबाइल को साइबर धोखाधड़ी से प्राप्त किए गए रुपयों को विभिन्न खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर करने के लिए अपने साथी आकाश जैन निवासी इंदौर को 25 हजार रुपए किराये पर देता था. आकाश जैन अभियुक्त शिवचरन को दिल्ली में मिला था. अभियुक्त द्वारा इस तरह से मोबाइल को किराये पर देकर काफी कमीशन कमाया गया है जिसको अभियुक्त ने मौज मस्ती में खर्च किया. थाना साइबर क्राइम पुलिस द्वारा अब तक वादिया के 3 लाख 15 हजार रूपयों को वापस कराया जा चुका है. बाकी पैसों को वापस कराने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं पुलिस मामले में आरोपी अन्य अभियुक्त आकाश जैन की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है.

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