अब तक साइबर अटैक के निशाने पर हाई प्रोफाइल लोग होते थे। जिनको करोड़ों रुपए के चूना लगाने के बाद यह फरार हो जाते हैं लेकिन अब स्ट्रीट वेंडर भी इनके निशाने पर आ गए हैं। ग्रेटर नोएडा में दर्जनों ऐसे मामले सामने आए हैं जहां स्ट्रीट वेंडर के QR कोड पर यह साइबर क्रिमिनल अपना QR कोड लगाकर चले जाते हैं।
स्ट्रीट वेंडरों के साथ साइबरों ठगों ने की ठगी
स्ट्रीट वेंडर के पास क्यूआर कोड का साउंड बॉक्स नहीं होने की वजह से काफी दिन बाद इनको अपने साथ हुए साइबर क्राइम की जानकारी होती है। जिसके बाद यह लोग खुद को ठगा हुआ महसूस करते हैं। ऐसे एक दो नहीं बल्कि कई दर्जन मामले सामने आए हैं। खुद के साथ ठगी होने के बाद स्ट्रीट वेंडरों ने QR को फाड़ दिया है और पुलिस में शिकायत दी है।
साइबर ठगों के खाते में गई वेंडरों की मेहनत की कमाई
स्ट्रीट वेंडर का कहना है कि उनकी दुकान पर क्यूआर कोड लगे हुए थे लेकिन पिछले काफी दिन से साइबर क्रिमिनल स्ट्रीट वेंडरों के QR कोड पर अपना QR कोड चिपका कर चले गए। जिसका पता उन्हें तब चला जब कई दिन बाद अकाउंट में पैसा नहीं आया, तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद कई लोगों ने पुलिस में शिकायत दी है।
साइबर क्रिमिनल से बचने के लिए रहें जागरूक
साइबर क्रिमिनल से बचने के लिए पहले खुद को जागरूक करना होगा। अगर आप स्ट्रीट वेंडर हैं तो आपको डिजिटल पेमेंट के लिए साउंड बॉक्स भी रखना होगा। जिससे कि इस तरह के साइबर क्रिमिनलों से बचा जा सके। वहीं पुलिस ने भी ऐसे क्रिमिनलों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जांच शुरू कर दी है।