Greater Noida: किसान आंदोलन में बुधवार देर रात को बड़ा मोड़ उस वक्त सामने आया, जब एक बार रिहा हुए किसान नेताओं की पुलिस ने गिरफ्तारी कर ली। जिसके बाद से सोशल मीडिया पर दोपहर 12 बजे तक ज़ीरो प्वॉइंट पर पहुंचने की अपील की गई। किसानों के ऐलान के बाद पुलिस लगातार अलर्ट दिखी। नोएडा और ग्रेटर नोएडा सहित सभी सीमाओं को छावनी में तब्दील कर दिया गया। पुलिस ने इस तरह तैयारी की थी कि किसी भी कोने से किसानों को अंदर दाखिल नहीं होने दिया जाएगा। इस बीच अलग-अलग जगहों से शहर में प्रवेश कर रहे किसानों की गिरफ्तारियां की गई। जो किसान छोटे दल में शहर के अंदर प्रवेश कर चुके थे, उन्हें वहीं से गिरफ्तार कर लिया गया।
किसानों की गिरफ्तारियों से बढ़ रही नाराजगी
एक तरफ पुलिस लगातार आंदोलन में हिस्सा ले रहे किसानों और उनके नेताओं को गिरफ्तार कर रही है तो दूसरी ओर अब इसे लेकर किसानों के बीच नाराजगी भी बढ़ती दिख रही है। भारतीय किसान यूनियन चौधरी चरण सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र चौधरी को हिरासत में लिए जाने से मथुरा, आगरा और हाथरस के किसानों में नाराजगी देखी जा रही है। इस बीच नोएडा पहुंच रहे किसानों को पुलिस ने टोल पर ही रोक लिया। जिसके बाद किसान एक्सप्रेस-वे पर ही लेट गये और नारे लगाने लगे।
पुलिस पर गलत कार्रवाई के आरोप
गौतमबुद्ध नगर जिले में किसान और पुलिस अब आमने-सामने है। किसान नेताओं की गिरफ्तारी के बीच धर्मेंद्र चौधरी ने कहा कि पुलिस गलत तरीके से उन्हें रोक रही है। उन्होंने कहा कि एक तरफ किसान शांतिपूर्णरूप से प्रदर्शन कर रहे हैं तो पुलिस उन्हें लाठी के दम पर हटाना चाहती है। किसानों के समर्थन में आ रहे धर्मेंद्र चौधरी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।