नोएडा में पॉल्यूशन का स्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है. दरअसल शनिवार को दशहरा के मौके पर रावण दहन और आतिशबाजी के कारण शहर में प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ा है. अगले दिन पटाखों के धुएं से शहर की आबोहवा काफी दूषित नजर आई. नोएडा का एक्यूआई रविवार को 243 यानी बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया था. बुजुर्गों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी. वहीं दूसरी ओर ग्रेटर नोएडा का AQI 228 दर्ज किया गया. इससे पहले शनिवार को शहर का एक्यूआई 130 था, जो सामान्य स्थिति में था.

पॉल्यूशन बढ़ते ही लागू होगा ग्रैप
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से जारी एडवांस एक्शन प्लान के मुताबिक इस साल से ग्रैप चार चरणों में लागू किया जाना है. जैसे-जैसे प्रदूषण का स्तर बढ़ेगा उसके आधार पर ही आयोग की ओर से ग्रैप लागू किया जाएगा. इसमें बदलाव करते हुए आयोग ने अक्टूबर में ग्रैप लागू करने पर विचार करते हुए कहा है कि प्रदूषण स्तर बढ़ने के संकेत मिलते ही ग्रैप लागू कर दिया जाएगा. आमतौर पर हर साल ग्रैप 1 अक्टूबर से शुरू होता था लेकिन इस साल से बदलाव के कारण ग्रैप लागू नहीं किया गया था. इससे प्रदूषण स्तर को बढ़ाने में सहयोगी सड़क निर्माण, वाहनों से धुंआ जैसे गतिविधियां लगातार हो रही हैं.

पटाखों पर बैन का नहीं दिख रहा कोई असर
शहर में पटाखों की बिक्री पर शासन की ओर से बैन लगाया दिया गया है. इसके बाद भी सरकार के आदेशों को लोग धुएं में उड़ाकर पटाखे फोड़ते दिख रहे हैं. दशहरा पर गली-गली में पटाखे फोड़े गए जिससे प्रदूषण का स्तर तेजी से स्तर बढ़ा. वहीं पटाखों की बिक्री करते हुए पाए जाने पर दुकानदार पर जुर्माने की कार्रवाई की बात अफसर करते तो हैं लेकिन ऐसा जमीन पर होता दिखता नहीं है.

10 हॉटस्पॉट किए गए चिह्नित
इस साल सेक्टर-151, सेक्टर-158, सेक्टर-140 और सेक्टर 143 को निर्माण गतिविधियों से उड़ने वाली धूल के कारण, सेक्टर 50-51 में बड़ी निर्माण परियोजनाओं के कारण और एमिटी यूनिवर्सिटी कैंपस में तोड़फोड़ के कारण हॉटस्पॉट के रूप में चिह्नित किया गया है. इसके अलावा सेक्टर-116,115, 7एक्स, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे, यमुना पुश्ता एंड पुश्ता रोड, दादरी रोड, सेक्टर-62 और सेक्टर-104 क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है.

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