स्क्रैप माफिया इस समय नोएडा पुलिस की गिरफ्त में है। जिला जेल में गैंगस्टर और स्क्रैप माफिया की सुरक्षा का खास ख्याल रखा जा रहा है। जिस कड़ी सुरक्षा सेल में रवि काना को रखा गया है, वहां पर किसी का भी आना-जाना नहीं है। हालांकि सेल में रहने के कारण दिनभर वह परेशान रहता है और टहलता रहता है। मंगलवार को उसने जेल प्रशासन से टूथपेस्ट और ब्रश की मांग की। जो कि जेल प्रशासन द्वारा उसे मुहैया करा दिया गया। दरअसल स्क्रैप माफिया रवि काना ने अदालत के समक्ष अपनी जान को खतरा बताया था और कहा था कि सुंदर भाटी गैंग के लोग जेल में बंद है। इससे उसे जेल में भी खतरा है। इसलिए अब जेल प्रशासन ने उसे उच्च सुरक्षा सेल में रखा है और वहां पर किसी भी बंदी का आना जाना नहीं होता है। केवल सुरक्षाकर्मी ही वहां पर आ जा सकते हैं।

जिला न्यायालय ने रवि की पांच दिन की रिमांड की मंजूर
जिला न्यायालय ने पुलिस की अर्जी पर मंगलवार को स्क्रैप माफिया रवि काना की पांच दिन की रिमांड मंजूर की है। यह सुनवाई अदालत में ऑनलाइन की गई। हालांकि काजल झा की रिमांड अर्जी पर सुनवाई नहीं हो पाई। बुधवार से पांच मई तक रवि काना नॉलेज पार्क थाना पुलिस की अभिरक्षा में रहेगा। पुलिस रवि काना के राजदार नेता, अधिकारी और मीडियाकर्मियों के बारे में जानकारी हासिल करेगी। इसके अलावा उसने अभी तक क्या-क्या अपराध किए हैं और उसका कारोबार कहां तक फैला हुआ है। कितना पैसा कहां और किस के द्वारा जाता था, इन सभी सवालों का जवाब भी पुलिस उगलवाएगी। आपको बता दें कि 23 अप्रैल को रवि काना और उसकी महिला सहयोगी काजल झा को थाईलैंड में वहां की पुलिस ने गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद शुक्रवार को भारत लाया गया और शनिवार को अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया था।

सुंदर भाटी गैंग के गुर्गे भी इसी जेल में है बंद
रवि काना और काजल झा को लुकसर जेल में रखा गया है। इसी जेल में सुंदर भाटी का भतीजा अनिल भाटी सहित गिरोह से अन्य गुर्गे बंद हैं। इसे देखते हुए रवि काना ने जेल प्रशासन से जान का खतरा बताया है। पुलिस की ओर से भी जेल प्रशासन को दोनों गुटों को रंजिश के विषय में अवगत करा दिया गया है। अनिल भाटी उर्फ सोनू ने जनवरी 2024 में इलाहाबाद हाईकोर्ट में गैंगस्टर मामले में दूसरी जमानत याचिका दाखिल की थी, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया था। 2015 में हरेंद्र नागर की हत्या के बाद रवि काना ने अनिल दुजाना गैंग से तार जोड़ लिए। सुंदर भाटी गैंग से दुश्मनी की वजह से ही रवि काना के छोटे भाई हरेंद्र प्रधान की वर्ष 2015 में हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड में रवि काना गवाह था। इसके बाद ही रवि काना सुंदर भाटी गैंग के निशाने पर आ गया था।

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