महाकुंभ 2025 का आगाज 13 जनवरी से होने वाला है, और इससे पहले ही प्रयागराज की बेटी अनामिका शर्मा ने बैंकॉक में नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। 8 जनवरी को अनामिका ने बैंकॉक में 13,000 फीट की ऊंचाई से स्काई डाइविंग करते हुए महाकुंभ का आधिकारिक झंडा फहराया, जिससे दुनियाभर में महाकुंभ की एक अनोखी झलक पेश की। इस साहसिक प्रदर्शन ने संगम नगरी और पूरे देश का नाम रोशन किया है।

अनामिका का साहसिक कीर्तिमान
प्रयागराज की रहने वाली 24 वर्षीय अनामिका शर्मा भारत की सबसे कम उम्र की ‘C’ लाइसेंस प्राप्त महिला स्काई ड्राइवर हैं। उन्होंने महज 10 साल की उम्र में अपनी पहली छलांग लगाई थी। वर्तमान में अनामिका यूनाइटेड स्टेट्स पैराशूट एसोसिएशन (USPA) से ‘C’ लाइसेंस प्राप्त कर चुकी हैं। उनके पिता अजय कुमार शर्मा ने हमेशा उनका हौसला बढ़ाया है। अनामिका की इस उपलब्धि पर देश-विदेश से बधाइयां मिल रही हैं, और उन्होंने अपने साहसिक प्रदर्शन से महाकुंभ 2025 के भव्य आयोजन का संदेश दुनिया भर में प्रसारित किया है।

पहले भी किया था ऐतिहासिक प्रदर्शन
यह पहली बार नहीं है जब अनामिका ने इस तरह का साहसिक कदम उठाया हो। इससे पहले, 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर के उद्घाटन के दौरान उन्होंने 13,000 फीट की ऊंचाई से छलांग लगाई थी और “जय श्री राम” के नारे के साथ श्रीराम मंदिर का ध्वज फहराया था। उस समय भी अनामिका का प्रदर्शन बैंकॉक में ही हुआ था।

अनामिका का अनोखा संदेश
अनामिका का मानना है कि महाकुंभ जैसे आयोजनों से “वसुधैव कुटुंबकम” का साकार रूप देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ के दौरान साधु-संतों के प्रवास से प्रयागराज का वातावरण दिव्य हो जाता है। अनामिका ने अपने साहसिक कारनामों से महाकुंभ और भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार किया है, जिससे प्रयागराज और भारत का गौरव बढ़ा है।

अनामिका की यह उपलब्धि न केवल उनकी व्यक्तिगत सफलता है, बल्कि यह प्रयागराज और पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। उनके इस साहसिक कदम ने महाकुंभ 2025 के प्रति लोगों में उत्साह और जागरूकता बढ़ाने का काम किया है।

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