Greater Noida: किसान आंदोलन के दौरान जेल भेजे गए किसानों को रिहा करने के लिए ग्रामीण एकजुट हो रहे हैं। अलग-अलग गांव में कैंडल मार्च निकाल कर जेल में बंद किसानों को रिहा करने की मांग की। महिलाओं और बच्चों ने भी निकाला कैंडल मार्च निकाल कर किसानों को रिहा करने की मांग की।

गौरतलब है किजेल में बंद 20 किसानों को रिहा करने का तीसरा आदेश पुलिस कमिश्नर ने मंगलवार को जारी किया। जबकि सिर्फ एक किसान को रिहा किया गया। वहीं, अन्य 19 किसानों पर वाद लंबित होने के कारण नहीं छोड़ा गया। अब तक कुल 27 किसानों को रिहा किया गया है। मंगलवार सुबह 6 किसानों को सोमवार को छोड़ा गया। आदेश के बावजूद 19 लोगों को रिहा न करने से किसानों में रोष है। किसानों की रिहाई के लिए नोएडा के बहलोलपुर में महिलाओं ने कैंडल मार्च निकाला।

किसानों ने कहा है कि रिहाई पर भ्रम है। रिहा किया गया कोई व्यक्ति संगठन के संपर्क में नहीं है। ऐसे में कैसे मान लें कि उन्हें रिहा कर दिया गया। वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा ने डेल्टा-2 सेक्टर में मीटिंग कर फैसला लिया है कि उनका डेलिगेशन पहले जेल में किसानों से मिलेगा। इसके बाद आगे की रणनीति बनाएंगे। इसके प्रशासन को बुधवार दोपहर तक का समय दिया है।

बता दें कि ग्रेटर नोएडा की लुक्सर जेल में बंद किसानों की बिना शर्त रिहाई के लिए सोमवार को प्रमुख सचिव औद्योगिक अनिल सागर के साथ किसानों के 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की बैठक हुई थी। इससे पहले डीएम गौतमबुद्ध नगर मनीष कुमार वर्मा के साथ भी बैठक की थी। दोनों बैठकों में संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन में जेल में बंद नेताओं और उनकी बिना शर्त रिहाई की बात को प्राथमिकता से रखा था।

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